देहरादून:देशभर में वैक्सीनेशन के जरिए कोरोना पर जीत की तैयारी की जा रही है. तो वहीं, वैक्सीन पर राजनीति भी तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी के वैक्सीन न लगाने के बयान के बाद अब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी अपनी बात रखी है. तो जनता के मन में भी कोरोना वैक्सीन को लेकर फिलहाल कई ऐसे सवाल हैं, जिनका सरकार ही जवाब दे सकती है.
दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए विभिन्न देशों की जल्दबाजी अब वैक्सीन के असर को लेकर जनता के मन में सवाल खड़े करने लगी है. सबसे पहले रूस ने वैक्सीन तैयार करने का दावा किया तो अब तमाम देश इस वैक्सीन को अंतिम दौर के परीक्षण के बाद जनता के बीच ले जाने की तैयारी कर रहे हैं. भारत में भी वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जा चुका है. माना जा रहा है कि पहले चरण में वैक्सीनेशन का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा.
अखिलेश यादव ने वैक्सीन पर खड़े किए सवाल
हालांकि, सरकार की तैयारी के बीच वैक्सीन पर राजनीति काफी तेज हो गई है. बिहार चुनाव में तो बीजेपी गठबंधन ने मुफ्त वैक्सीन लगाने तक को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था. फिलहाल, समाजवादी पार्टी की तरफ से अखिलेश यादव ने इस वैक्सीन पर सवाल खड़े कर दिए हैं, तो वहीं उत्तराखंड में भी इस पर राजनीति शुरू हो गई है. भाजपा नेताओं ने वैक्सीन पर आ रहे बयानों को विपक्षी दल की राजनीति करार दिया है. वैक्सीन को बेहतर परीक्षण के बाद जनता के बीच लाने के लिए केंद्र सरकार को बधाई भी दी है.
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कोरोना का टीका सबसे पहले सीएम त्रिवेंद्र को लगाया जाना चाहिए- कांग्रेस
वैक्सीनेशन को लेकर उत्तराखंड में कांग्रेस की तरफ से बड़ा बयान आया है. कांग्रेस नेताओं ने साफ किया है कि कोरोना वैक्सीन पर जनता को कुछ संशय है. ऐसे में कोरोना वैक्सीन का पहला टीका उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को लगाया जाना चाहिए. यही नहीं प्रदेश के कैबिनेट मंत्रियों को भी पहले चरण में खुद को टीका लगाए जाने का साहस दिखाना चाहिए.