उत्तराखंड

uttarakhand

ऋषिकेश में बिल्डर ने सीवर लाइन डालने के लिए खोद डाली सड़क, गुस्साए लोगों ने बंद करवाया काम

By

Published : Oct 12, 2022, 2:18 PM IST

Updated : Oct 12, 2022, 3:47 PM IST

ऋषिकेश के पशुलोक विस्थापित क्षेत्र में एक बिल्डर ने सीवर लाइन डालने के लिए सड़क खोद डाली. जब लोगों ने विरोध किया तो मौके पर मौजूद सुपरवाइजर ने बकायदा एक एनओसी दिखाया, जब इस एनओसी को लेकर संबंधित अधिकारियों के बात की गई तो उन्होंने किसी भी एनओसी से इनकार कर दिया. जिससे स्थानीय लोग और भड़क गए और काम रुकवा दिया.

Rishikesh Road Dug for sewer
सीवर लाइन डालने के लिए खोद डाली सड़क

ऋषिकेशःपशुलोक विस्थापित क्षेत्र में अवैध रूप से एक बिल्डर की ओर से सड़क कटिंग कर निजी फ्लैट के लिए सीवर लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने सीवर लाइन बिछाने का कार्य को नियम विरुद्ध बताते हुए रुकवा दिया है. वहीं, स्थानीय लोगों ने लोक निर्माण विभाग पर भी नियम विरुद्ध एनओसी जारी करने का आरोप लगाया है.

दरअसल, पशुलोक विस्थापित क्षेत्र के शिव चौक के पास एक बिल्डर ने लोक निर्माण विभाग की सड़क खोद डाली. यहां बिल्डर निजी रूप से फ्लैट के लिए सीवर लाइन बिछाने जा रहा है. जिसका स्थानीय लोगों ने जोरदार विरोध किया और काम को रुकवा दिया. लोगों की मांग पर मौके पर सीवर कार्य करवा रहे सुपरवाइजर ने लोक निर्माण विभाग की ओर से जारी की गई एक एनओसी पत्र भी दिखाया.

बिल्डर ने सीवर लाइन डालने के लिए खोद डाली सड़क.

सुपरवाइजर ने बताया कि अनुज कुमार के नाम से एनओसी ली गई है. जिसमें सीवर लाइन बिछाने को लेकर सड़क कटिंग की अनुमति दी गई है. जिसके बाद लोगों का लोक निर्माण विभाग के खिलाफ गुस्सा फूट गया. लोगों ने लोक निर्माण विभाग और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन भी किया.
ये भी पढ़ेंः6 महीने भी नहीं टिक पाई रेलवे द्वारा बनाई गई सड़क, अधिकारियों पर लगे गंभीर आरोप

पीडब्ल्यूडी पर लगे आरोपःलोक निर्माण विभाग की ओर से रोड कटिंग की अनुमति पत्र जारी करने पर लोगों ने विभाग पर मिलीभगत का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी एनओसी दी गई है. जानकारों की मानें तो क्षेत्र में सीवर लाइन बिछाने की अनुमति पहले होनी चाहिए. तभी लोक निर्माण विभाग की ओर से अनुमति पत्र दिया जा सकता है.

क्या कहते हैं पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंताःवहीं, जब लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता धीरेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उक्त मामले को लेकर कनिष्ठ अभियंता को मौके पर भेजा जा रहा है, लेकिन विरोध कर रहे लोगों के कई घंटों तक इंतजार करने पर कनिष्ठ अभियंता उपेंद्र कुमार गोयल मौके पर नहीं पहुंचे, बल्कि उन्होंने अपनी जगह एक ठेकेदार को मौके पर भेजकर फोटोग्राफी करवाई.

मामले में जल निगम के अधिकारी का बयानः जल संस्थान के सहायक अभियंता हरीश बंसल से जब सीवर लाइन जोड़ने की जानकारी ली गई तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जल संस्थान की ओर से सीवर लाइन डालने की अनुमति अनुज कुमार के नाम के किसी भी व्यक्ति को नहीं दी गई है.

Last Updated : Oct 12, 2022, 3:47 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details