देहरादून: लॉकडाउन से लाखों परिवारों की परेशानियां बढ़ गयी हैं. लॉकडाउन में बड़े-बड़े उद्योग तो बंद हुए ही हैं. छोटे व्यवसाय और व्यवसाइयों की रोजी-रोटी भी छीन गई है. ऐसा ही एक व्यवसाय है सैलून का जो पूरी तरह ठप्प हो चुका है. राजधानी देहरादून के सभी ब्यूटी पार्लर और सैलून के शटर बीते डेढ़ महीनों से डाउन हैं. जिसके चलते इस कारोबार से जुड़े लोगों के सामने काफी दिक्कतें आ रहीं हैं.
देहरादून में करीब 3 हजार से अधिक सैलून और पार्लर मौजूद हैं. इस कारोबार के जरिए करीब 10 हजार लोगों का घर चलता है. लेकिन लॉकडाउन के चलते इन परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट हो गया है.
कोरोना ने सैलून संचालकों की बढ़ाई मुसीबतें. ETV BHARAT से बातचीत में देहरादून के अजबपुर कलां में सैलून चलाने वाले अमजद बताते हैं कि सैलून और पार्लर संचालकों को शादी-त्योहार का बेसब्री से इंतजार रहता है. मार्च से लेकर जून-जुलाई तक पार्लर संचालक को अच्छी-खासी कमाई हो जाती थी. लेकिन इस साल कोरोना ने सब चौपट कर दिया है.
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देहरादून के ब्यूटी पार्लर संचालकों का कहना है कि लॉकडाउन से पहले ही कोरोना वायरस का असर कारोबार पर पड़ने लगा था. सामान्य दिनों में रोजाना 15 से 20 ग्राहक सैलून आया करते थे. वहीं कोरोना के चलते मरीजों की संख्या में भारी गिरावट हुई है. ऐसे में उन्हें प्रतिदिन 50 हजार से 1 लाख रुपए तक का नुकसान हो रहा है. इसके साथ ही बंद पार्लर्स में रखे कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स एक्सपायर होने की कगार पर हैं.
ETV BHARAT के जरिए संचालकों ने राज्य सरकार से पार्लर और सैलून खोलने की अनुमति देने की गुहार लगाई है. ताकि ठप पड़े कारोबार को पटरी पर लाया जा सके. इसके साथ देहरादून के कई सैलून संचालक अपने कर्मचारियों को पीपीई किट देने को तैयार हैं. साथ ही हर ग्राहकों के लिए ब्यूटी किट इस्तेमाल करने पर भी राजी हैं, ताकि ग्राहकों के बीच कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.