देहरादूनःअगर आपका शौक ही आपकी कमाई का जरिया बन जाए तो भला इससे बेहतर और क्या हो सकता है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है देहरादून की पावनी गंडोत्रा ने. उन्होंने अपने चॉकलेट बनाने के शौक को ही अपनी कमाई का एक जरिया बना लिया है. पावनी बीते तीन सालों से कई तरह की चॉकलेट तैयार कर रही हैं. इन चॉकलेट का स्वाद लोगों को काफी पसंद भी आ रहा है.
अपनी मां के साथ चॉकलेट तैयार करतीं पावनी. बता दें कि 27 वर्षीया पावनी गंडोत्रा यूं तो पेशे से एक टीचर हैं, लेकिन बीते 3 सालों से चॉकलेट बनाने का काम कर रही हैं. चॉकलेट बनाना पहले उनका शौक था. अब कमाई का एक जरिया भी बन चुका है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए पावनी ने बताया कि बचपन से ही हर बच्चे की तरह उन्हें भी चॉकलेट खाने का काफी शौक था. ऐसे में उन्होंने घर पर ही तरह-तरह की चॉकलेट बनानी शुरू कर दीं.
पावनी ने तैयार किए चॉकलेट. दुबई में सीखी प्रोफेशनल चॉकलेट बनाने की विधि
एक बार उन्हें दुबई जाने का मौका मिला. वहां पर उन्होंने एक प्रोफेशनल शेफ से चॉकलेट बनाने की विधि सीखी. इसके बाद दून वापस लौटने पर उन्होंने अपने इस शौक को कमाई का जरिया बनाने के बारे में सोचा. अब पावनी कई तरह की चॉकलेट तैयार कर रही हैं.
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दीपावली के लिए पावनी ने तैयार की हैं कुछ खास चॉकलेट
रोशनी के पर्व दीपावली के लिए अब कुछ दिन ही शेष रह गए हैं. ऐसे में जहां बाजारों में तरह-तरह की मिठाइयां उपलब्ध हैं तो वहीं, दिवाली के मद्देनजर पावनी ने भी कुछ खास तरह की चॉकलेट तैयार की हैं. पावनी की ओर से तैयार की गई यह चॉकलेट्स दिखने में बाजार में मिलने वाले तरह-तरह के पटाखों की तरह हैं, लेकिन वास्तव में ये मिठास से भरी चॉकलेट्स हैं.
पावनी बताती हैं कि उनके होममेड चॉकलेट बनाने के फैसले को शुरुआत से ही उनके परिजनों ने जमकर सराहा. आज खुद उनकी मां उन्हें चॉकलेट्स की पैकिंग में सहयोग करती हैं. साथ ही तरह-तरह के फ्लेवर्स के चॉकलेट बनाने के सुझाव भी देती हैं.
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बच्चों का सपना पूरा करने में माता-पिता का सहयोग जरूरी
पावनी की मां कंचन का कहना है कि माता-पिता के सहयोग से ही बच्चा अपने सपनों को पूरा करने में सफल हो पाता है. यही कारण है कि उन्होंने भी अपनी बेटी के चॉकलेट बनाने के शौक को अपना पूरा सहयोग दिया. आज भी वो अपनी बेटी के चॉकलेट के छोटे से कारोबार को आगे बढ़ाने में अपना सहयोग दे रही हैं.