देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से बचाव को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के अन्य जिलों में बंद पड़े पासपोर्ट सेवा केंद्रों को खोलने की अनुमति विदेश मंत्रालय ने दे दी है. जिसके बाद पासपोर्ट सेवा केंद्रों को खोलेने की सभी तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं. ऐसे में अब करीब 7 महीने बाद प्रदेश के तमाम जिलों से पासपोर्ट बनवाने को लेकर राजधानी देहरादून की ओर रुख करने वाले लोगों को सहूलियत मिलेगी.
पिछले लंबे समय से राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले जाने की मांग चल रही थी. जिसके बाद साल 2019 में प्रदेश के सभी जिलों के प्रधान डाकघर में यह व्यवस्था की गई. जिससे लोग अपने जिले के प्रधान डाकघर से ही पासपोर्ट बना सकते हैं. यही नहीं, इससे यह भी सहूलियत मिल जाती थी कि लोगों को बार-बार देहरादून के चक्कर नहीं काटने पड़ते थे. वहीं से ही आवेदकों की बायोमैट्रिक जांच हो जाती थी.
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भारतीय डाक विभाग के उत्तराखंड सर्किल निदेशक सुनील कुमार ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों के प्रधान डाकघर पर पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया पिछले साल शुरू हुई थी. इससे पासपोर्ट से जुड़े हर छोटे-बड़े काम के लिए आवेदकों को देहरादून के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. यही नहीं आवेदकों को पासपोर्ट के लिए तो ऑनलाइन अप्लाई करना होता है इसके बाद पासपोर्ट कार्यालय के अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों के सहयोग से पोस्ट ऑफिस स्टाफ की ओर से ही बायोमैट्रिक जांच की जाती है.
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उत्तराखंड के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी दीपक जोशी ने बताया कि अनलॉक प्रक्रिया के दौरान विदेश मंत्रालय ने अब प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में स्थापित किए गए पोस्ट ऑफिस के साथ ही पासपोर्ट सेवा केंद्र को खोलने की अनुमति दे दी है. इसके लिए क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने भी अपने आदेश जारी कर दिये हैं. लिहाजा जल्द ही पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र भी खोल दिए जाएंगे, ताकि प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों से देहरादून आने वाले आवेदकों को दून के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे.