देहरादून: देशभर में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा आगे बढ़ा रही है. वहीं, दूसरी तरफ उत्तराखंड में कांग्रेस नेताओं के बीच घमासान भी तेज हो गया है. खास बात यह है कि इस बार न केवल हरीश रावत की नाराजगी की चर्चाएं हैं. बल्कि प्रीतम सिंह समेत पार्टी के कई नेताओ का निशाना कांग्रेस संगठन पर होने की खबरें हैं.
उत्तराखंड कांग्रेस में संगठन (Uttarakhand Congress Organization) की कमान संभाल रहे करण माहरा अकेले दिखाई दे रहे हैं. यूं तो राज्य में हरीश रावत और प्रीतम सिंह खेमे के बीच तनातनी हमेशा रही है. लेकिन इस बार निशाना करण माहरा हैं. कांग्रेस अध्यक्ष होने के चलते पार्टी के भीतर करण तीसरे खेमे के रूप में दिखाई दे रहे हैं.
संगठन के लिए परेशानी की बात ये है कि इस बार न केवल हरीश रावत बल्कि प्रीतम सिंह की भी नाराजगी की चर्चाएं हैं. कहा जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों के निर्वाचन को लेकर प्रदेश भर में कई नेताओं की नाराजगी संगठन से है. हालांकि कांग्रेस के नेता इस बात का खंडन करते हुए पार्टी के भीतर किसी भी तरह की कोई खेमेबाजी नहीं होने की बात दोहरा रहे हैं.
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पीसीसी के नए सदस्यों पर क्या है विवाद:प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विधानसभा स्तर पर सदस्यों को निर्वाचित किया गया है. राज्य के अधिकतर बूथ से सदस्य निर्वाचित हुए हैं. इन सदस्यों का निर्वाचन कांग्रेस के प्रदेश संगठन से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले चुनाव की प्रक्रिया के रूप में किया गया है. कांग्रेस की चुनाव प्रक्रिया के तहत विधानसभा स्तर पर बूथ से सदस्यों का निर्वाचन किया जाता है. जिनमें से एक सदस्य को जिला स्तर की कमेटी और एक को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य के रूप में निर्वाचित किया जाता है.