देहरादून:भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो गया है. इसी कारण मानव शरीर कई नई बीमारियों की चपेट में आ रहा है. ऐसे में अधिकतम अतिथि लेख में विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले डॉ गौरव संजय ने कहा कि एक स्वस्थ जीवन शैली जीने से बहुत सी बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है.
बचपन से दी जानी चाहिए अच्छे स्वास्थ्य की शिक्षा, पद्मश्री डॉ बीके संजय की ये बातें बांध लें गांठ - ऐसे रहें स्वस्थ
भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो गया है. ऐसे में अधिकतम अतिथि लेख में विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले डॉ गौरव संजय ने कहा कि एक स्वस्थ जीवन शैली जीने से बहुत सी बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है. डॉक्टर गौरव संजय के पिता पद्मश्री डॉक्टर बीके संजय का कहना है कि अगर बचपन से ही अच्छे स्वास्थ्य की शिक्षा दी जाए तो आगे कोई दिक्कत नहीं आएगी.
ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर गौरव संजय का कहना है कि अच्छा स्वास्थ्य सभी मानव जाति की प्राथमिकता होनी चाहिए. लेकिन हमारे अनुभव से पता चलता है कि स्वास्थ्य जो एक संपत्ति है, उसे भारत जैसे विकासशील देशों में द्वितीयक स्थिति में धकेल दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर बहुत सी बीमारियां रोकने में सहायता मिल सकती है. उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ जीवन शैली जीना न केवल आपके जीवन का विस्तार करता है बल्कि आपके शरीर और दिमाग को भी पुनर्जीवित करता है. पढ़ें-NIT उत्तराखंड की गोल्ड मेडलिस्ट अमिता गिरि का मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट में हुआ चयन, करेंगी रिसर्च
वहीं पद्मश्री से सम्मानित डॉ बीके संजय का कहना है कि अच्छे स्वास्थ्य की अवधारणा सबको बचपन में दी जानी चाहिए न कि जीवन के बाद के चरणों में. उन्होंने कहा कि नियमित व्यायाम संतुलित भोजन और पर्याप्त आराम से यह सभी अच्छे स्वास्थ्य में योगदान करते हैं. बता दें कि, गौरव संजय ने अधिकतम अतिथि लेख के जरिए विश्व रिकॉर्ड बनाया है. इसके साथ ही उनके पिता पद्मश्री से सम्मानित डॉ बीके संजय इलाज करने के अलावा लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने का भी काम करते आ रहे हैं.