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राजाजी नेशनल पार्क में निजी वाहन से पहुंचे लोग, फोटो वायरल होने पर वन महकमा करेगा जांच - Private vehicles enter Rajaji Park

राजाजी नेशनल पार्क में निजी गाड़ी से प्रवेश वर्जित है. इसके बावजूद भी खबर है कि निजी गाड़ी से कुछ लोगों ने प्रवेश कर यहां पार्टी की.

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राजाजी नेशनल पार्क

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Published : Jan 2, 2021, 8:01 AM IST

Updated : Jan 2, 2021, 12:57 PM IST

देहरादून: राजाजी नेशनल पार्क प्रशासन यूं तो कई कारणों को लेकर सवालों में रहता है, लेकिन इस बार पार्क प्रशासन पर यह सवाल सोशल मीडिया में वायरल हो रहे कुछ फोटोग्राफ के कारण उठ रहा है. बताया जा रहा है कि राजाजी नेशनल पार्क में कुछ लोगों द्वारा निजी वाहन से प्रवेश किया गया और वहां पर मांस भी पकाया गया जो कि पूरी तरह से प्रतिबंधित है.

बाघ, गुलदार और हाथियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी वाले राजाजी नेशनल पार्क में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. राजाजी नेशनल पार्क से कैमरे चोरी होने से लेकर अनियमितताओं और पेड़ कटान सहित कई शिकायतें आती रही हैं. इस बार सोशल मीडिया पर आई कुछ तस्वीरें राजाजी नेशनल पार्क की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही हैं. इन फोटोग्राफ में कुछ लोग राजाजी परिसर में निजी गाड़ी के साथ दिखाई दे रहे हैं.

राजाजी नेशनल पार्क का फोटो वायरल

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बता दें कि राजाजी नेशनल पार्क में निजी गाड़ी से प्रवेश वर्जित है, लेकिन इसके बावजूद भी खबर है कि निजी गाड़ी से कुछ लोगों ने प्रवेश कर यहां खूब पार्टी की. खास बात यह है कि फोटो में लोग खाना पकाते हुए भी दिखाई दे रहे हैं, इसमें एक फोटोग्राफ में दिखाई दे रहा है कि एक व्यक्ति मांस पका रहा है. इस फोटोग्राफ के सामने आते ही कई लोगों ने इस पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सवाल उठ रहे हैं कि यदि यह फोटोग्राफ मौजूदा समय के ही हैं तो फिर कैसे राजाजी पार्क प्रशासन ने इन लोगों को निजी गाड़ियों के साथ राजाजी में प्रवेश करने की अनुमति दे दी. साथ ही कैसे यह लोग राजाजी नेशनल पार्क जैसे संवेदनशील क्षेत्र में मांस पका रहे हैं. इस मामले को लेकर जब वन मंत्री हरक सिंह रावत से पूछा गया तो उन्होंने मामले की जांच की बात कही और गलती होने पर कार्रवाई करने की भी बात कही.

इस मामले को लेकर वन मंत्री ने तो जांच की बात कह दी है, लेकिन करीब 48 घंटे बाद भी इस मामले की जानकारी वन विभाग के नए मुखिया राजीव भरतरी को नहीं थी. साफ है कि इस मामले को गंभीरता से लिया ही नहीं जा रहा है. हालांकि प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने कहा कि ऐसे मामलों में वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कार्रवाई की जाती है और इन मामलों को बेहद गंभीरता के साथ देखा जाता है.

Last Updated : Jan 2, 2021, 12:57 PM IST

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