देहरादून: चमोली आपदा में लापता हुए 197 लोगों में से 34 शव बरामद हो चुके हैं, जिसमें से 10 शवों की शिनाख्त हो चुकी है. 24 शवों की अभी तक कोई पहचान नहीं हो पाई है. वहीं लापता लोगों के परिजनों लगातार पुलिस से संपर्क कर रहे है. पुलिस ने शवों की फोटो अपने व्हाट्सएप ग्रुप में भी डाली है. जिसमें माध्यम से दो शवों की पहचान हुई है.
चमोली आपदा में मारे गए लोगों की शिनाख्त हो सके इसके लिए उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय देहरादून की तरफ से एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है. जहां पर शवों की फोटो डाली जा रही है, ताकि लोग शवों की शिनाख्त कर सकें. इस व्हाट्सएप ग्रुप पर बुधवार को दो शवों की पहचान की गई है. अभीतक 86 लापता लोगों के परिजनों से पुलिस से संपर्क किया है.
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वहीं पुलिस मृतकों का डीएनए सैंपल भी ले रही है. इसके लिए एफएसएल टीम की मदद ली रही है. सभी शवों को कर्णप्रयाग, जोशीमठ और गोपेश्वर में रखा गया है. इसके साथ ही उत्तराखंड पुलिस लापता लोगों की सूची के अनुसार अन्य राज्यों की पुलिस से भी संपर्क कर रही है. ताकि शवों की शिनाख्त हो सके.
आपदा प्रभावित के लिए चमोली जिले में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है, जहां लापता लोगों के परिजन सीधे संपर्क कर सकते हैं. चमोली कंट्रोल रूम का नंबर 01372-251487, 90841 27503 है. वहीं एक कंट्रोल रूप उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय देहरादून में भी स्थापित किया है, जिसका नंबर 037-2712685 और 9411112985 है. उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम में सीधे पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) नीलेश आनंद भरणे से दिए गए नंबरों में संपर्क किया जा सकता है.
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बता दें कि तपोवन सुरंग में चौथे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पीयूष रौतेला के मुताबिक शुरू में 204 लोग लापता बताए जा रहे थे, लेकिन बाद में जानकारी मिली की दो लोग अपने घर में थे. इसके बाद लापता लोगों का आंकड़ा 204 हो गया. अब तक 34 शव बरामद किए जा चुके हैं. बचाव और राहत कार्य 24 घंटे जारी है. टनल में लगातार मलबा हटाने का काम चल रहा है.