देहरादूनःउत्तराखंड में मनरेगा कर्मियों की हड़ताल को 80 दिन पूरे हो गए हैं. इतना ही नहीं हड़ताल को लेकर अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार की नाराजगी के बाद करीब ढाई सौ मनरेगा कर्मियों की सेवाएं खत्म करने के आदेश भी जारी किए गए, लेकिन अब मनरेगा कर्मियों को नहीं हटाया जाएगा. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने काम पर नहीं लौटने वाले मनरेगा कर्मचारियों की सेवाएं खत्म करने वाले आदेश पर रोक लगा दी है.
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) कर्मचारी ग्रेड पे की मांग को लेकर पिछले 80 दिनों से हड़ताल पर हैं. मौजूदा हालतों से यह तो तय है कि सरकार इन कर्मचारियों को ग्रेड पे देने के मूड में बिल्कुल भी नहीं है, लेकिन ईटीवी भारत को मिली जानकारी की मानें तो सरकार इन कर्मचारियों के वेतन बढ़ाने पर विचार कर रही है.
उधर, अपर मुख्य सचिव की ओर से निजी एजेंसी के माध्यम से कर्मियों के काम करने को लेकर जो विकल्प दिया गया था. उस पर भी फिलहाल विराम लगता हुआ नजर आ रहा है. सरकार ने साफ कर दिया है कि मनरेगा कर्मियों की पूर्व की तरह स्थितियां रहेंगी.