उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

श्रीदेव सुमन विवि के सहायक परीक्षा नियंत्रक पर गिरेगी गाज! जांच के आदेश जारी - Dr Hemant Bisht, Assistant Controller of Examinations of Sridev Suman University

श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ हेमंत बिष्ट के खिलाफ जांच के आदेश जारी किए गए हैं.

order-of-inquiry-against-dr-hemant-bisht-assistant-controller-of-examinations-of-sri-dev-suman-university
श्रीदेव सुमन विवि. के सहायक परीक्षा नियंत्रक पर गिर सकती है गाज

By

Published : Nov 17, 2021, 9:24 PM IST

देहरादून: श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट एग्जामिनेशन कंट्रोलर पर गाज गिर सकती है. असिस्टेंट एग्जामिनेशन कंट्रोलर के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. इसके लिए कार्य परिषद के सदस्य कौशलेंद्र सिंह भदौरिया की अध्यक्षता में पांच सदस्य जांच समिति गठित की गई है. ये समिति मामले की गहनता से जांच कर विश्वविद्यालय को अपनी आख्या प्रदान करेगी.

बता दें श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में सहायक परीक्षा नियंत्रक पद पर कार्यरत डॉ हेमंत बिष्ट की विश्वविद्यालय में नियुक्ति 2017 बैच में की गई थी. उस दौरान भी इन नियुक्तियों पर कई तरह के सवाल खड़े किए गए थे. वहीं पिछले शैक्षणिक सत्र में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से एफिलेटेड कई प्राइवेट कॉलेजों में नियमों के विरुद्ध जाकर आवंटित सीटों से ज्यादा परीक्षा करवाने को लेकर भी यह मामला जुड़ता नजर आ रहा है.

बुधवार को विश्वविद्यालय के कुलसचिव मोहन सिंह पवार ने आदेश जारी करते हुए विश्वविद्यालय के सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ हेमंत बिष्ट के खिलाफ अमर्यादित और अनुशासन ही कार्यों का संज्ञान लेते हुए जांच समिति नियुक्त कर दी है.

पढ़ें-उत्तराखंड में घूस देकर ऐसे मिलती है नौकरी, कर्नल का ये VIDEO देखिए

विश्वविद्यालय के कुलसचिव द्वारा इस मामले पर कार्य परिषद के सदस्य कौशलेंद्र सिंह भदौरिया की अध्यक्षता में पांच सदस्य जांच समिति गठित की गई है जो कि इस मामले में गहनता से जांच कर विश्वविद्यालय को अपनी आख्या प्रदान करेगी. इस जांच समिति की रिपोर्ट पर विश्वविद्यालय प्रशासन यह फैसला लेगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई की जानी है. हेमंत बिष्ट पर विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल करने, अपने अस्तर से कई आदेश जारी करने और शासन से बिना विश्वविद्यालय को संज्ञान में लिए पत्राचार करने के आरोप लगे हैं.

पढ़ें-मिथक वाली सीट का सियासी समीकरण, BJP में 'एक अनार सौ बीमार', कांग्रेस आश्वस्त

विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीपी ध्यानी का इस मामले पर कहना है कि विश्वविद्यालय के किसी भी कर्मचारी और अधिकारी को अपने सेवा नियमावली का पालन करते हुए अनुशासन में रहना चाहिए. अगर कोई भी अनुशासनहीनता करता है तो वह जांच के दायरे में आता है. उन्होंने कहा इस मामले पर अभी जांच समिति गठित की गई है. जांच समिति की रिपोर्ट आने से पहले कुछ भी बोलना जल्दबाजी होगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जांच समिति में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

For All Latest Updates

ABOUT THE AUTHOR

...view details