देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वर्चुअली सदन में हिस्सा लिया. इसे लेकर उन्होंने ट्वीट करते एक तस्वीर शेयर की. जिस पर सदन के भीतर विपक्ष ने नियम 198 के तहत मामला उठाया. मुख्यमंत्री के ट्वीट को विपक्ष ने नियमों के विरुद्ध बताते हुए कार्यवाही की मांग की.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ट्वीट पर सदन में बवाल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही में वर्चुअली प्रतिभाग किया. इसकी एक तस्वीर भी उन्होंने अपने अकाउंट से ट्वीट की. जिस पर विपक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया है. बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कोरोना पॉजिटिव हैं. इस समय में वे होम आइसोलेशन में हैं और उन्होंने घर से ही सदन में वर्चुअली हिस्सा लिया.
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इसी पर कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने नियम 198 के तहत विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से सवाल किया. कहा कि कोविड-19 के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सदन के कुछ परिसर को सदन का ही हिस्सा मान लिया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री जो कि अपने आवास से सदन से जुड़े हैं, क्या वह सदन का हिस्सा हैं. अगर वह सदन का हिस्सा हैं तो वह अपनी तस्वीर को खींचकर ट्वीट कैसे कर सकते हैं?
विधायक निजामुद्दीन ने ये स्पष्ट किया है कि सदन का यह नियम होता है कि सदन में मौजूद व्यक्ति अपनी तस्वीर किसी भी तरह से प्रकाशित नहीं कर सकता है. क्योंकि वह सदन की संपत्ति होती है. अगर मुख्यमंत्री सदन का हिस्सा नहीं है तो उन्हें कार्यवाही से बाहर किया जाए.
विपक्ष के इन सवालों का विधानसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने कोई जवाब नहीं दिया. मंत्री मदन कौशिक ने सिर्फ इतना ही कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने आगे से इस तरह कि कोई भूल न हो, यह निर्देश दिए हैं. इस बात का आगे से ख्याल रखा जाएगा. विधानसभा अध्यक्ष ने फोटो डीलिट करने के कोई आदेश नहीं दिए हैं.