देहरादून/हल्द्वानी:त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से भेंट कर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. त्रिवेंद्र सिंह रावत राज्य के मुख्यमंत्री 4 साल से कम समय पर रहे. इस पर कांग्रेस पार्टी ने भाजपा नेतृत्व पर निशाना साधते हुए त्रिवेंद्र रावत को नाकारा मुख्यमंत्री बताया. कांग्रेस का कहना है कि इसके बाद जो भी सीएम बनेगा वह इससे भी ज्यादा नाकारा साबित होगा.
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने त्रिवेंद्र रावत के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद भाजपा पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र रावत प्रदेश वासियों के ऊपर थोपे गए मुख्यमंत्री थे. इसके बाद जो भी मुख्यमंत्री बनेगा वह डबल नाकारा होगा, क्योंकि भाजपा के पास ना ही दिशा और ना ही दृष्टि है. यही कारण रहा कि प्रदेश इन 4 सालों में बुरे हालातों से गुजरा. इसमें सिर्फ त्रिवेंद्र रावत का दोष ही नहीं बल्कि भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व, प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का भी कसूर है. आखिर में 4 साल बाद 2022 की हार को देखते हुए भाजपा ने सीएम बदल दिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए भी कहा कि पीएम मोदी प्रदेश में धार्मिक आडंबर करते हुए ध्यान करने गुफा में आए, ताकि देश में वोट बटोरे जा सके. लेकिन प्रदेश की बदहाली को उन्होंने बार-बार नजरअंदाज कर दिया.
सीएम बदलने से प्रदेश को कोई फायदा नहीं- इंदिरा हृदयेश
त्रिवेंद्र सिंह रावत के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का कहना है कि मुख्यमंत्री के बदलने से कोई फायदा होने वाला नहीं है, क्योंकि यहां की जनता और सर्वे में मुख्यमंत्री पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं. आगे चाहे कोई भी मुख्यमंत्री आ जाए बीजेपी को कोई फायदा होने वाला नहीं है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि गैरसैंण को कमिश्नरी बनाना लोगों में नाराजगी रही है. हाईकमान ने भी इसको संज्ञान में लिया है, जिसके बाद उनको इस्तीफा देना पड़ा है.
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सीएम पद का चेहरा बदलने से कुछ नहीं होगा- बेहड़