देहरादून:उत्तराखंड में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है तो वहीं ऐसे हालात में सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को जुटाने के प्रयास में जुटी है. इस कड़ी में केंद्र से मंजूरी मिलने के बाद कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करने वाली मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन भी काफी मात्रा में आयात की जा रही है. इसके अलावा सरकार वेंटिलेटर और डॉक्टरों की कमी पर भी काम कर रही है.
उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं किस हालत में ये किसी से छिपा नहीं है, लेकिन इन परिरिस्थियों में भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार पूरी तरह तैयार नजर आ रही है. सरकार का पूरा फोकस वेंटिलेटर की सख्या बढ़ाने के साथ डॉक्टरों की कमी को दूर करना है. इसके अलावा सरकार और स्वास्थ्य विभाग की पहली प्राथमिकता कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को दवाई मुहैया करानी है.
यही कारण है कि उत्तराखंड सरकार ने पांच लाख हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन टेबलेट का ऑर्डर दिया है. इसमें तीन लाख टेबलेट राज्य को मिल चुकी हैं. इसके अलावा कोरोना वायरस के लिए सामान्य दवाइयों का स्टॉक छह महीने के लिए मौजूद है.