मसूरी: पृथक राज्य की मांग कर रहे राज्य आंदोलनकारियों पर 2 सितंबर 1994 को मसूरी में जिस तरह के पुलिस ने गोलियां बरसाई थीं, वो मंजर भुलाए नहीं भूला जा सकता है. पुलिस की इस फायरिंग में छह राज्य आंदोलनकारी शहीद हो गए थे. लेकिन पुलिस की बर्बरता यहीं नहीं रुकी थी. इसके बाद शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देने मसूरी पहुंची हजारों की भीड़ पर 15 सितंबर 1994 को भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. मसूरी गोलीकांड के बाद पुलिस के लाठीचार्ज को भी शायद ही कोई भूल पाएगा.
पुलिस की बर्बरता:2 सितंबर को गोलीकांड में शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों की तेरहवीं में शिरकत करने के लिए हजारों की तादाद में उत्तरकाशी और टिहरी से आंदोलनकारियों ने मसूरी का रुख किया था. लेकिन पुलिस ने उन्हें धनौल्टी के पास सुवाखोली में रोकने का प्रयास किया. लेकिन जब राज्य आंदोलनकारी नहीं माने तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया. धनौल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार भी उस आंदोलन में शामिल थे. प्रीतम सिंह पंवार कहते हैं कि पुलिस ने आंदोलनकारियों को रोकने के लिए उन्हें काफी प्रताड़ित किया. लेकिन आंदोलनकारियों ने हार नहीं मानी और आगे बढ़ने के लिए संघर्ष किया. वो जैसे-तैसे मसूरी के बाटाघाट तक पहुंच गए.
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पुलिस ने बरसायी थी लाठियां:पुलिस ने बाटाघाट में भी आंदोलनकारियों को रोक दिया था. लेकिन आंदोलनकारियों ने बाटाघाट से वुडस्टॉक के रास्ते से मसूरी जाना तय किया. जैसे ही आंदोलनकारी मसूरी वुडस्टॉक के गेट के पास पहुंचे, तभी एडीएम के आदेश पर पुलिस ने उन पर लाठियां बरसानी शुरू कर दिया. इस पूरी घटना में प्रीतम सिंह पंवार का पैर भी टूट गया था.
राज्य आंदोलनकारी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने बताया कि 15 सितंबर को वो घनानंद भट्ट, अधिवक्ता आनंद सिंह पंवार, पूरन सिंह रावत और प्रीतम पंवार समेत हजारों आंदोलनकारियों के साथ बाटाघाट पहुंचे थे, तो पुलिस ने उन्हें घेर लिया था. सभी आंदोलनकारियों को बस के माध्यम से वुडस्टॉक स्कूल के मुख्य गेट से 200 मीटर पहले रोक दिया था.
जान बचाने के लिए खाई में कूदे थे लोग:इस मौके पर तत्कालीन एडीएम और एसीपी से मसूरी जाने को लेकर वार्ता की गई. परन्तु पुलिस और प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी. इस पर राज्य आंदोलनकारी भड़क गए और वे नारेबाजी करने लगे. तभी यूपी की रैपिड एक्शन फोर्स ने आंदोलनकारियों पर लाठी बरसानी शुरू कर दी. इसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. कई लोगों ने खाई में भी छलांग मारी दी. इस वजह से कई लोग गंभीर रूप से भी घायल हो गए थे.
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