देहरादून: राजधानी में साइबर सेल में तैनात एक इंस्पेक्टर पर बुजुर्ग दंपति का प्लॉट कब्जाने का आरोप लगाया है. पुलिस मुख्यालय में पहुंचकर पीड़ित दंपति ने डीजी लॉ एंड ऑर्डर को इस संबंध में एक प्रार्थना पत्र दिया है. जिसके बाद डीजी ने जिला पुलिस को इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.
बुजुर्ग दंपति का आरोप है कि शिमला बाईपास रोड स्थित दून एनक्लेव में उनका 246 गज का प्लाट था, जिस पर साइबर सेल इंस्पेक्टर द्वारा कब्जा कर मकान का निर्माण कराया जा रहा है. उधर, इस मामले में पटेल नगर थाना इंस्पेक्टर प्रदीप बिष्ट ने बताया कि बुजुर्ग दंपति द्वारा थाने में किसी तरह की कोई प्लॉट क़ब्जाने वाली शिकायत अभी तक नहीं दी गई है. जबकि, साइबर सेल इंस्पेक्टर द्वारा जरूर एक शिकायत पत्र दिया गया है.
इंस्पेक्टर ने आरोपों को बताया निराधार
साइबर सेल इंस्पेक्टर ने बुजुर्ग दंपति के आरोप को पूरी तरह से बेबुनियाद और झूठा बताया है. इंस्पेक्टर के मुताबिक, उन्होंने 2018 में शिमला बाईपास दून एक्लेव में प्लाट खरीदा था. जिसकी उनके पास रजिस्ट्री भी है और इसके आधार पर वह बैंक से लोन लेकर मकान का निर्माण भी करवा रहे हैं. इतना ही नहीं इंस्पेक्टर ने साफ तौर पर कहा कि वह एक सरकारी मुलाजिम है और उनके द्वारा कोई प्लॉट कब्जाने का गलत काम नहीं किया गया है. ऐसे में वह किसी भी जांच के लिए तैयार है.
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प्लॉट पर दावा करने वाले दंपति नहीं दिखा रहे हैं: जांच अधिकारी
पटेल नगर इंस्पेक्टर प्रदीप बिष्ट के मुताबिक, इस मामले में बुजुर्ग दंपति व उनके परिचित लोगों को थाने में आकर प्लॉट के दस्तावेज दिखाने का आग्रह किया गया है, लेकिन कई बार सूचना देने के बावजूद प्लॉट में दावा करने वाले लोग रजिस्ट्री या अन्य कोई दस्तावेज लेकर बार-बार बुलाने बावजूद थाने ने नहीं आ रहे हैं. ऐसे में यह मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है. फिलहाल, पूरे मामले की जांच पड़ताल जारी है.