मसूरी:ऐतिहासिक जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के मूल स्वरूप में छेड़छाड़ कर उसको नुकसान पहुंचाए जाने पर मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज और जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के पुराने मालिक एमसी शाह काफी नाराज हैं. उनकी मानें तो सरकार द्वारा जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के मूल स्वरूप को बदलने की तैयारी की जा रही है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जॉर्ज एवरेस्ट हाउस और आसपास के क्षेत्र के इतिहास को पूरे विश्व में जाना जाता है, जिसको लेकर लंदन के मशहूर संग्रहालय में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज आज भी मौजूद हैं.
मसूरी: जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ पर इतिहासकार नाराज - dehradun news
मसूरी की पहचान जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ को लेकर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज और एमसी शाह ने कड़ी आपत्ति जताई है. इन्होंने पर्यटन विभाग और सरकार से आग्रह किया कि जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के मूल स्वरूप को संरक्षित करते हुए उसका जीर्णोद्धार किया जाए.
उन्होंने पर्यटन विभाग और सरकार से आग्रह किया कि जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के मूल स्वरूप को संरक्षित करते हुए उसका जीर्णोद्धार किया जाए. उन्होंने कहा कि जब ऐतिहासिक धरोहर को ही खत्म कर दिया जाएगा तो उसका महत्व क्या रहेगा. उन्होंने कहा कि जॉर्ज एवरेस्ट पर लेकर उनके पास कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और नक्शे मौजूद हैं. जिनके आधार पर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस को पुराने स्वरूप में संरक्षित किया जा सकता है. जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के जीर्णोद्धार के बाद उसमें संग्रहालय बनाकर संरक्षित किया जाए.
विधायक गणेश जोशी ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार मसूरी के विकास के लिए काम कर रही है. इसको लेकर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस का जीर्णोद्धार का काम किया जा रहा है. नई तकनीक से जॉर्ज एवरेस्ट हाउस को संरक्षित किया जा रहा है. पूरा विश्वास है कि जब जॉर्ज एवरेस्ट हाउस बनकर तैयार होगा तो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के साथ लोगों को काफी पसंद आएगा.