देहरादून: राजधानी दून में अब से कोई भी बारात पुलिस निगरानी के बिना नहीं निकल पाएगी. इतना ही नहीं, जो पुलिसकर्मी बारात की सुरक्षा में लगेंगे उनका एक दिन का वेतन भी वर पक्ष या फिर अनुमति लेने वाले व्यक्ति को सरकारी राजकोष में जमा कराना होगा. पुलिस ने बारात की वजह से लगने वाले जाम से निपटने के लिए ये फैसला लिया है.
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अकसर देखने में आता है कि शादियों के सीजन में जगह-जगह बारात निकलते समय जाम की स्थिति बन जाती है. खासकर दिन में निकलने वाली बारातों के कारण सड़कों पर जाम लग जाता है. लेकिन अब देहरादून पुलिस ने ऐसे जाम से निजात पाने के लिए नया तरीका ढूंढ निकाला है.
राजधानी पुलिस ने बेटे की शादी के लिए पहले से ही वर पक्ष द्वारा अनुमति लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी, लेकिन इसमें नई व्यवस्था भी जोड़ दी है. नई व्यवस्था के तहत दूल्हा पक्ष या इजाजत लेने वाले को बारात निकालने के लिए अब एसपी सिटी के दफ्तर से अनुमति लेनी होगी. इस दौरान अनुमति लेने वाले व्यक्ति को ये बताना पड़ेगा कि बारात कहां से कहां जाएगी और किस समय.
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इसके बाद पुलिस विभाग तय करेगा कि कितने पुलिसकर्मी ट्रैफिक व्यवस्था में लग रहे हैं. उतने ही पुलिसकर्मियों के साथ बारात निकालने की अनुमति दी जाएगी. जो पुलिसकर्मी बारात में तैनात रहेंगे, उनके एक दिन का वेतन अनुमति लेने वाले व्यक्ति से लिया जाएगा, जो सरकारी राजकोष में जमा होगा.
जाम से निपटने के लिये पुलिस के इस अनोखे तरीके के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि शहर में बारात के कारण लगने वाले जाम में कई दफा एंबुलेंस समेत कई जरूरी वाहन फंस जाते थे. इससे निपटने के लिए इस नई व्यवस्था को शुरू किया गया है. जब भी बारात निकलेगी पुलिस फोर्स की ड्यूटी ट्रैफिक व्यवस्था का सही इंतज़ाम करने के लिए लगाई जाएगी.