देहरादून: अगर आप मंदिरों में पूजा अर्चना करना चाहते हैं तो उसके लिए आपका इंसान होना ही काफी नहीं है, बल्कि आपका हिंदू होना भी आवश्यक है. आज के दौर में यह दकियानुसी बातें सुनकर भले ही आप चौक जाएं, लेकिन देहरादून के मंदिरों में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित वाले पोस्टर कुछ ऐसा ही बयां कर रहे हैं. जी हां, यह फरमान हिंदू युवा वाहिनी ने जारी किया है. इतना ही नहीं देहरादून के करीब 150 मंदिरों में बकायदा इस संदेश के साथ बैनर पोस्टर भी लगाए गए है. जिसमें 'यह तीर्थ हिंदुओं का पवित्र स्थल है, इसमें गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है' लिखा है. मामले में हिंदू युवा वाहिनी प्रदेश महासचिव जीतू रंधावा के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है.
देहरादून के करीब 150 मंदिरों के बाहर, एक बैनर लिखा दिखाई दे रहा है. जिसमें ये वाक्य लिखे हुए हैं. देहरादून के तमाम मंदिरों में हिंदू युवा वाहिनी ने ये बैनर लगाए हैं. ताकि किसी भी गैर हिंदू व्यक्तियों को मंदिरों में प्रवेश न दिया जाए. जिसके बाद से ही विवाद शुरू हो गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने तत्काल मंदिरों के बाहर लगे बैनर पोस्टर को हटाना शुरू कर दिया है.
हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद हिंदुस्तानी ने बताया कि देश के तमाम हिस्सों से आये दिन मंदिरों में तोड़-फोड़, छेड़छाड़ समेत तमाम मामले सुनने को मिलते रहते हैं. जिसे देखते हुए हिंदू युवा वाहिनी प्रदेश संगठन ने निर्णय लिया है कि सबसे पहले राजधानी देहरादून के सभी मंदिरों में बैनर लगाए जाएं. हिंदुस्तानी ने बताया कि जिन मंदिरों के बाहर यह बैनर लगाए गए हैं, वह बैनर नहीं है, बल्कि विधर्मियों के लिए एक संकेत है कि मंदिरों में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है.
थाना कोतवाली नगर प्रभारी एसएस नेगी ने बताया कि बैनर पर लिखे मोबाइल धारक के बारे में जानकारी ली गई. मोबाइल नंबर जीतू रंधावा का निकला, जो हिंदू युवा वाहिनी का प्रदेश महासचिव है. जिसके खिलाफ धारा 153 (क) भारतीय दंड संहिता खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है.