डोईवाला:स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट के नाम एक और उपलब्धि दर्ज हो गई है. एसआरएचयू उत्तराखंड का पहला विश्वविद्यालय बन गया, जहां पर नोबेल पुरस्कार विजेता ने छात्र-छात्राओं से संवाद किया. एसआरएचयू में इजरायल के नोबेल पुरस्कृत से सम्मानित वैज्ञानिक डॉ. आरौन चिहानौवेयर की 'विशेष लेक्चर (व्याख्यान) सीरीज’ का आयोजन किया जा रहा है.
स्वामी राम हिमालयन विवि पहुंचे नोबेल पुरस्कार विजेता: गुरुवार को नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ. आरौन चिहानौवेयर जौलीग्रांट स्थित स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय कैंपस में पहुंचे. कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने उनका स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने स्वामी राम सेंटर में संस्थापक डॉ. स्वामी के चित्र के समक्ष पुप्षांजलि देकर श्रद्धांजलि अर्पित की. अपने दौरे के पहले दिन कैंपस के ओपन एयर थियेटर में छात्र-छात्राओं के साथ संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया.
छात्रों को डॉक्टर आरौन ने दी ये सीख: इससे पहले विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने कतारबद्ध होकर तालियां बजाकर डॉ. आरौन का गर्मजोशी के साथ आयोजन स्थल पर स्वागत किया. डॉ. आरौन चिहानौवेयर ने भी छात्र-छात्राओं का अभिवादन स्वीकर कर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता के लिए आपको धैर्य और दृढ़ता रखनी होगी. सामाजिक दबाव से प्रभावित न हों और जो आपकी हॉबी हो उसको ही अपना काम बनाएं. जीवन में सफल होने के लिए अच्छे लोगों के संपर्क में रहें. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने डॉ.आरौन से विभिन्न सवाल पूछे जिनके उन्होंने संतुष्टिपूर्ण जवाब दिए.
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि उत्तराखंड में पहली बार ऐसी अकादमिक गतिविधि हो रही है. इसका ध्येय छात्रों और रिसर्च करने वालों को नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. आरौन चिहानौवेयर के व्यापक एवं प्रभावी अनुभव को जानने का सुनहरा अवसर प्रदान करना है.
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आज ये है डॉक्टर आरौन का कार्यक्रम: डॉ. धस्माना ने बताया कि शुक्रवार को डॉ. आरौन के एसएससी ऑडिटोरियम में विभिन्न विषयों पर दो लेक्चर आयोजित किए जाएंगे. इसमें वह दोपहर 12 से 01 बजे विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों के पीएचडी स्कॉलर को लेक्चर देंगे. दोपहर 3 बजे से 4.30 बजे तक लेक्चर में विश्वविद्यालय की समस्त फैकल्टी को संबोधित करेंगे. इस दौरान प्रति कुलपति डॉ. विजेंद्र चौहान, डॉ. प्रकाश केशवया, डॉ.राजेंद्र डोभाल, डॉ. सुनील सैनी, डॉ. राकेश कुमार, कुलसचिव डॉ. सुशीला शर्मा आदि मौजूद रहे.