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ये कैसा स्वास्थ्य केंद्रः यहां न तो फार्मासिस्ट, ना ही अन्य स्टॉफ, इलाज के लिए लगानी पड़ती है 25 किमी. की दौड़

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ग्रामीणों पर भारी पड़ रही है. जिस कारण छोटी-मोटी बीमारी के इलाज के लिए भी 25 किलोमीटर दूर कालसी या विकास नगर की दौड़ लगानी पड़ती है. स्वास्थ्य उपकेंद्र के बंद होने से 6 गांवों की लगभग एक हजार से ज्यादा जनता परेशान है.

बंद पड़ा स्वास्थ्य केंद्र

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Published : Jul 8, 2019, 1:20 PM IST

विकासनगर:जौनसार बावर में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है. कालसी ब्लाक के पंजिया और बनसार समेत 6 गांवों का इकलौता स्वास्थ्य उपकेंद्र बदहाली की मार झेल रहा है. बीते कई दिनों से स्वास्थ्य उपकेंद्र पर ताला लटका हुआ है. ग्रामीणों का आरोप है कि इस स्वास्थ्य केंद्र में ना तो फार्मासिस्ट हैं और ना ही कोई अन्य स्टॉफ.

बंद पड़ा स्वास्थ्य केंद्र

स्थानीय ग्रामीण प्रेमदत्त बलवीर सिंह ने बताया कि इस संबंध में कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जानकारी दे चुके हैं. लेकिन शिकायतों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग बेसुध पड़ हुआ है. जिस कारण छोटी-मोटी बीमारी के इलाज के लिए भी 25 किलोमीटर दूर कालसी या विकास नगर की दौड़ लगानी पड़ती है. इस अकेले स्वास्थ्य उपकेंद्र के बंद होने से 6 गांवों की लगभग एक हजार से ज्यादा लोग परेशान हैं.

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वे बताते हैं कि बरसात के दिनों में कालसी-चकराता मार्ग पर जगह-जगह मलबा आ जाता है. जिस कारण मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. ग्रामीणों ने जल्द ही स्वास्थ्य उप केंद्र पंजिया में फार्मासिस्ट एवं स्टॉफ की तैनाती की मांग की है.

वहीं इस संबंध में मुख्यचिकित्साधिकारी डॉ. एसके गुप्ता ने बताया कि पंजिया गांव में एक फार्मेसिस्ट तैनात है. साथ ही एएनएम की पोस्ट भी खाली है. उन्होंने कहा कि मामले में जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.

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