उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर वोटिंग
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान आज होगा. इस बार के चुनाव के सबसे बड़े इस चरण के लिए वोटिंग होगी. इस चरण में 16 जिलों की 59 विधानसभा सीटें शामिल हैं. इनमें 13 सुरक्षित सीटें शामिल हैं. जिन जिलों में मतदान होगा, उनमें हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा शामिल हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पंजाब विधानसभा चुनाव मतदान
पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक, पंजाब में सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक वोट डालें जाएंगे. करीब 2.14 करोड़ मतदाता 117 सीटों पर किस्मत आजमा रहे 1,304 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. प्रत्याशियों में 93 महिलाएं भी शामिल हैं. वर्तमान में पंजाब में कांग्रेस की सरकार है.
पंजाब विधानसभा चुनाव मतदान मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश स्थापना दिवस
आज यानी 20 फरवरी को देश में मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश का स्थापना दिवस है. 20 फरवरी 1987 को दो नए राज्य मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश अस्तित्व में आए थे. ये दोनों भारत के 23वें और 24वें राज्य बने थे.
मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश स्थापना दिवस विश्व सामाजिक न्याय दिवस
वैश्विक स्तर पर 20 फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसकी शुरुआत 2009 में हुई थी. तब से हर साल समाज को दीमक की तरह खोखला बनाने वाली सामाजिक कुरीतियों, भेदभाव और असमानता समाप्त करने के सामूहिक प्रयास के प्रतीक के रूप में इसे मनाया जाने लगा.
मांगलिक कार्यों पर ब्रेक
आज यानी 20 फरवरी तक ही शादी का मुहूर्त है. 22 फरवरी से गुरु अस्त हो रहे हैं. ऐसे में करीब डेढ़ माह के लिए विवाह और गृहप्रवेश, मुंडन, नामकरण सहित अन्य मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा. इसके बाद दोबारे 17 अप्रैल से शादियों का सीजन शुरू होगा. देवगुरु बृहस्पति को शादी समेत किसी भी मांगलिक कार्य का कारक माना जाता है. इन कार्यों को संपन्न कराने के लिए बृहस्पति का उदय होना बहुत जरूरी है.
संकष्टी चतुर्थी आज
हर माह के दोनों पक्षों में आने वाली चतुर्थी तिथि गणेश जी को समर्पित है. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. इस बार 20 फरवरी के दिन संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी. इस दिन गणेश जी की पूजा-उपासना की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन विघ्नहर्ता का नाम मात्र जपने से ही भक्तों के सभी विघ्न दूर हो जाते हैं.