देहरादून:उत्तराखंड में चारधाम यात्रा बिल्कुल नजदीक है. लिहाजा भीड़ के प्रबंधन को लेकर पर्यटन विभाग हर साल नये प्रयोग करने में लगा है. इसमें से कई प्रयोग अब तक फिजूलखर्ची साबित हुए हैं. ऐसा ही एक नया प्रयोग पर्यटन विभाग द्वारा चारों धामों में दर्शन को लेकर किया जा रहा है. जिसके तहत अब हर घंटे दर्शन के स्लॉट जारी कर टोकन व्यवस्था की जाने का दावा कर रहे हैं. लेकिन ये टोकन काउंटर कहां बनाए जाएंगे और क्या वेटिंग रूम की व्यवस्था की गई है इसको लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है.
चारधाम यात्रा में अब हर घंटे दर्शन के स्लॉट का नया प्रयोग, यात्रियों को होगी सुविधा या पेश आएगी मुश्किल ? - श्री केदारनाथ धाम
उत्तराखंड में शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा को लेकर इस बार यात्रियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. चारधाम यात्रा के लिए अब तक 1,337,261 यात्री अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. वहीं गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस में बुकिंग का आंकड़ा 8 करोड़ रुपए से ऊपर चला गया है. लेकिन दूसरी तरफ यात्रा के लिए व्यवस्थाओं को लेकर पर्यटन विभाग द्वारा केवल नये-नये प्रयोग किये जा रहे हैं वो भी जमीनी हकीकत को जाने बिना.
इस प्रकार की जा रही व्यवस्था: दरअसल बुधवार को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा जारी की गई सूचना के अनुसार अब चारों धामों श्री यमुनोत्री, श्री गंगोत्री, श्री बदरीनाथ और श्री केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए मन्दिरों में हर घंटे के स्लॉट की व्यवस्था कर टोकन वितरण की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस नई व्यवस्था के बाद दर्शनार्थियों को अपने स्लॉट समयावधि का अधिकतम एक घंटा ही लाइन में लगना पड़ेगा. यही नहीं हर एक धाम में टोकन वितरण के लिए काउंटर भी लगाये जायेंगे, जहां से स्लॉट के अनुसार टोकन बांटे जायेंगे. उन्होने दावा किया है कि इस नई व्यवस्था से चारों धामों में दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को सुविधाजनक दर्शन होंगे. हालांकि क्या यह नई व्यवस्था इस रूप में धरातल पर लागू हो पाएगी और हर घंटे के हिसाब से स्लॉट व्यवस्था काम करेगी यह देखना होगा.
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पहले की व्यवस्थाएं भी हुई असफल: लगातार पर्यटन विभाग द्वारा चारधाम यात्रा के दौरान कई प्रयोग किये गये हैं. मसलन पिछली यात्रा के दौरान सबसे पहले पर्यटन विभाग ने क्यूआर कोड से यात्री के सत्यापन की बात कही जो कि फेल साबित हुआ. उसके बाद फिजिकल काउंटर बनाए गए वह भी सफल नहीं हो पाया. फिर केवल साख बचाने के लिए हेड काउंटर कैमरे लगा कर यात्रा में आये यात्रियों की संख्या का आंकड़ा बताया गया. इसी तरह से इस बार भी पर्यटन विभाग कई प्रयोग कर रहा है. लेकिन यह कितना कारगर साबित होंगे यह यात्रा के दौरान ही पता चल पाएगा. आपको बता दें कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल, श्री बदरीनाथ धाम के कपाट के 27 अप्रैल को खुलने जा रहे हैं. वहीं 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट खुल जाएंगे.