देहरादून:वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते, 2021 में होने वाले महाकुंभ का स्वरूप अभी तक तय नहीं हो पाया है. हालांकि, राज्य सरकार महाकुंभ की व्यवस्था को व्यवस्थित करने में जुटी हुई है. वहीं, दूसरी ओर कोरोना के नए स्ट्रेन की बाद स्थितियां और बिगड़ती नजर आ रही हैं. जी हां, राज्य सरकार वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को देखते हुए फरवरी माह के अंत तक महाकुंभ के स्वरूप को तय करने का फैसला लेगी. ऐसे में अगर कोरोना के नए स्ट्रेन की दस्तक तेजी से होती है तो इसका असर महाकुंभ पर भी पड़ना निश्चित है. आखिर क्या है इसके पीछे की वास्तविकता? देखिए हमारी खास रिपोर्ट.
महाकुंभ पर महामारी का असर
हरिद्वार में 2021 में होने वाले महाकुंभ पर वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण पहले ही असर डाल चुका है. 4 हजार करोड़ रुपए का बजट मात्र 800 करोड़ में सिमट गया है. दरअसल, हरिद्वार महाकुंभ देश के अन्य जगहों पर होने वाले महाकुंभ से अधिक समय तक चलता है. इस महामारी के चलते हरिद्वार महाकुंभ भी मात्र 48 दिन का रह गया है. अगर बात व्यवस्थाओं की करें तो व्यवस्थाएं भी वैश्विक महामारी के चलते काफी हद सिमट गई है. ऐसे में ब्रिटेन से फैल रहे कोरोना के नए स्ट्रेन ने केंद्र और राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है.
विदेशी भी महाकुंभ में होते हैं शामिल
भारत देश में 4 जगहों पर हर 12 साल में महाकुंभ का आयोजन किया जाता है. हालांकि इस आयोजन के दौरान न सिर्फ देश के कोने कोने से श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल होते हैं, बल्कि एनआरआई और विदेशी पर्यटक महाकुंभ में शामिल होने पहुंचते हैं. लेकिन ब्रिटेन से फैल रहे कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने राज्य सरकार के माथे पर शिकन ला दी है. क्योंकि अगर महाकुंभ में विदेशों से आने वाले लोग शामिल होते हैं तो ऐसे में संक्रमण के फैलने का खतरा काफी बढ़ सकता है. लिहाजा, फरवरी अंत तक जारी होने वाले महाकुंभ नोटिफिकेशन में राज्य सरकार विदेशियों के शामिल होने को लेकर कोई ठोस दिशा निर्देश जारी कर सकती है.
फरवरी में जारी होगा नोटिफिकेशन
उत्तराखंड सरकार ने पहले ही तय कर दिया है कि 2021 महाकुंभ का नोटिफिकेशन फरवरी माह के अंत में जारी किया जाएगा. यानी कुल मिलाकर देखें तो इस बार मात्र 48 दिन का ही महाकुंभ रहने वाला है. राज्य सरकार ने तय किया है कि तात्कालिक स्थिति को देखते हुए महाकुंभ के स्वरूप पर निर्णय लिया जाएगा. मौजूदा हालात यह है कि ब्रिटेन से कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन फैलने के बाद देश में सैकड़ों की संख्या में लोग ब्रिटेन से पहुंचे हैं.
कोरोना के नए स्ट्रेन ने बढ़ाई चिंता
ब्रिटेन से कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सामने आने से सरकार की चिंता बढ़ गई है. क्योंकि कुंभ में बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान भी शामिल होते हैं. ऐसे में कोई भी रियायत कोरोना संक्रमण की दर को बढ़ा सकती है. लिहाजा राज्य सरकार भीड़ प्रबंधन को लेकर कई योजनाओं पर विचार कर रही है. इसमें मुख्य रूप से, सर्विलांस सिस्टम को मजबूत कर एक जगह पर एकत्र होने वाली भीड़ से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना. कुंभ की अवधि को कम करने. अन्य राज्यों से कुंभ में शामिल होने वाले लोगों की जांच या फिर कोविड नेगेटिव सर्टिफिकेट की अनिवार्यता के साथ ही, पब्लिक ट्रांसपोर्ट के संसाधनों को सीमित कर भीड़ को कम करना आदि शामिल हैं.