मसूरी: टिहरी जिले के श्रीकोट में दलित युवक की हत्या के मामले का संज्ञान लेते हुए गुरुवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डॉ. स्वराज विद्वान ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. विद्वान ने परिवार को न्याय और हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिया है. हालांकि इस दौरान उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए.
विद्वान ने मसूरी में बताया कि इस मामले से संबंधित अधिकारियों को विस्तृत रिपोर्ट के साथ 15 मई को आयोग में तलब किया गया है. इस मामले में किसी भी अधिकारी की लापरवाही सामने आई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
विद्वान ने कहा कि पीड़ित परिवार को सरकार द्वारा नियमानुसार मदद दी जाएगी. वो खुद पीड़ित परिवार के घर जाकर यह भी देखना चाहती हैं कि प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार को किस तरीके की मदद अबतक दी गई है. वहीं, पीड़ित परिवार अब तक हुई कार्रवाई से संतुष्ट है या नहीं. हालांकि उन्होंने साफ किया है कि इस मालमे में किसी भी निर्दोष व्यक्ति को फंसाया नहीं जाएगा. जिन लोगों के द्वारा यह घिनौना कृत्य किया गया है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पीड़ित परिवार से मिली NCSC की सदस्य प्रदेश सरकार भी इस पूरी घटना को लेकर काफी चिंतित है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने उनसे टेलीफोन पर बात कर पीड़ित परिवार को हर संभव मदद और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है. उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी.
बता दें, टिहरी जिले के श्रीकोट में शादी समारोह में दबंगों ने बसाणगांव के जितेंद्र दास की बेरहमी से पिटाई कर दी थी. बाद में जितेंद्र की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस मामले में अभीतक पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जबकि बाकी फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है.