देहरादून/चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. पहले सिद्धू ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा था, उन्हें प्रदेश प्रधान बनाने के बाद माना जा रहा था कि पंजाब कांग्रेस में मतभेद खत्म होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मंगलवार को पंजाब की सियासत तब और गर्मा गई, जब 30 से 32 विधायक और मंत्री सिद्धू के करीबी माने जाने वाले मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के आवास पर इकट्ठा हुए. बैठक में चरणजीत सिंह चन्नी और सुखजिंदर सिंह रंधावा भी शामिल हुए.
देहरादून पहुंचे सिद्धू गुट के नेता: पंजाब के चार मंत्री और तीन विधायक देहरादून पहुंच चुके हैं. ये लोग देहरादून आईएसबीटी के पास एक होटल में कांग्रेस महासचिव और पंजाब इंचार्ज हरीश रावत से मुलाकात करेंगे. कुछ देर बाद पंजाब कांग्रेस के ये नेता हरीश रावत से मिलने पहुंचेंगे. पंजाब कांग्रेस के नवजोत सिंह सिद्धू गुट से तृप्त राजेंद्र बाजवा, सुखजिंदर रंधावा, सुख सरकारिया, चरनजीत सिंह चन्नी एव तीन विधायक देहरादून आए हैं.
मीटिंग खत्म होते होते पंजाब की राजनीति में भूचाल आ गया. जब 4 कैबिनेट मंत्री और परगट सिंह ने दिल्ली हाईकमान के पास जाने का फैसला लिया. कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिन्दर बाजवा, चरनजीत सिंह चन्नी, सुखजिन्दर रंधावा, परगट सिंह, सुखजिंदर सिंह सरकारिया दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात करेंगे.
हरीश रावत से मिलेंगे विधायक: पंजाब कांग्रेस में मचे सियासी घमासान के बीच नवजोत सिंह सिद्धू खेमे के नेता देहरादून में पंजाब के एआईसीसी प्रभारी हरीश रावत से मिलेंगे. वहीं, इस मामले में मंगलवार को हरीश रावत का बड़ा बयान सामने आया था. हरीश रावत ने कहा कि 'मुझे पता ही नहीं कि पंजाब कांग्रेस के कौन-कौन से नेता मिलने देहरादून आ रहे हैं'.