देहरादून:राजाजी नेशनल पार्क में बाघों को बचाने के लिए चल रहे प्रोजेक्ट के कारण ऐसी कई गतिविधियां हैं, जिस पर फिलहाल निगरानी रखी जा रही है. एनटीसीए (राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण) ने वन विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि विभाग ने मोतीचूर और कांसरो रेंज में पर्यटन गतिविधियों को रोक दिया है. ऐसा ट्रांसलोकेट किए जा रहे बाघों के कारण हुआ है. ऐसे में यदि मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक चाहे तो इस निर्णय को आगे बढ़ा सकते हैं.
एनटीसीए ने राजाजी नेशनल पार्क लाए गए बाघों की निगरानी के लिए कुछ दिशा निर्देश जारी किए हैं. जिसमें ट्रांसलोकेट किए गए प्रत्येक बाघ पर दो हाथी वाले निगरानी दल को लगाने के निर्देश दिए हैं. एनटीसीए ने वन विभाग की ट्रांसलोकेट को लेकर तारीफ भी की है. इस बीच पत्र में साफ है कि फिलहाल राजाजी नेशनल पार्क के पश्चिमी क्षेत्र में छोड़े गए बाघ और बाघिन नए क्षेत्र में अपना परिछेत्र तैयार कर रहे हैं. ऐसे में यदि जरूरत पड़े तो तीसरे भाग को लाने से पहले इनकी स्थिति को देख लिया जाए.