देहरादून: नंदादेवी ईस्ट से 13 मई को पर्वतारोहण के लिए गए 13 सदस्यीय दल में से आठ पर्वतारोही लापता हो गए थे. जिसके बाद उनको रेस्क्यू करने का जिम्मा आईटीबीपी को सौंपा गया. इस ऑपरेशन में रेस्क्यू दल को मौसम की चुनौतियों के बीच काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. वहीं इस अभियान पर एक शार्ट फिल्म भी बनाई गई है. जिसमें हिमवीरों के अदम्य साहस को दिखाया गया है.
ऑपरेशन डेयर डेविल्स: हिमवीरों की बहादुरी पर बनी शॉर्ट फिल्म, देखें कैसे चला था रेस्क्यू अभियान
नंदा देवी की चोटी फतह करने के दौरान 8 पर्वतारोही लापता हो गए थे. इसके बाद आईटीबीपी ने ऑपरेशन डेयर डेविल्स नाम से अभियान चलाया. अब इस ऑपरेशन पर एक शार्ट फिल्म बनाई गई है.
गौर हो कि 13 मई को मुनस्यारी से नंदादेवी ईस्ट के लिए 13 सदस्यीय दल गया था. जिसमें ब्रिटेन निवासी मार्टिन मोरिन, जोन चार्लिस मैकलर्न, रिचर्ड प्याने, रूपर्ट वेवैल, अमेरिका के एंथोनी सुडेकम, रोनाल्ड बीमेल, ऑस्ट्रेलिया की महिला पर्वतारोही रूथ मैकन्स और इंडियन माउंटेनियरिंग फेडरेशन के जनसंपर्क अधिकारी चेतन पांडेय शामिल थे. नंदादेवी की चोटी पर पहुंचने से पहले उनसे संपर्क टूट गया. बाद में सर्च अभियान के दौरान बर्फ में सात शव दिखाई दिए. हेलीकॉप्टर द्वारा इन्हें निकालने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन खतरनाक दर्रे और खराब मौसम की वजह से सारी कोशिशें नाकाम रहीं.
जिसके बाद अब आईटीबीपी के जवान पैदल ही मिशन पर निकले. इस रेस्क्यू ऑपरेशन को डेयर डेविल्स नाम दिया गया. दो जून को सात शवों को बीस हजार फीट से 15 हजार फीट की ऊंचाई पर बने कैंप वन में लाया गया. तीन जून को यहां से वायु सेना के हेलीकॉप्टर में शवों को लिफ्ट कर जिला मुख्यालय भेजा गया. वहीं इस अभियान को लेकर एक शार्ट फिल्म बनाई गई है, जिसको आईटीबीपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है.