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GULLY TALENT: मिलिए देहरादून के जेपी भट्टराई से, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज - देहरादून न्यूज

लिम्का बुक को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड के बाद दूसरी सबसे बड़ी रिकॉर्ड बुक माना जाता है. जिसमें देहरादून के जेपी भट्टराई ने अपना नाम दर्ज कराया है.

जेपी भट्टराई
जेपी भट्टराई

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Published : Mar 8, 2020, 5:43 PM IST

Updated : Mar 8, 2020, 5:50 PM IST

देहरादून: ईटीवी भारत के खास प्रोग्राम 'गली टैलेंट' में आज हम आपकों मिलाने जा रहे हैं देहरादून के जेपी भट्टराई से. जिन्होंने हाल ही में अपना नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया है. जेपी ने महज 90 सेकेंड में केमिस्ट्री के 118 एलीमेंट्स को अनियमित रुप से बिना देखे बताया है. जिसका जेपी ने वीडियो भी बनाया था.

देहरादून निवासी जग प्रसाद भट्टराई को 19 जनवरी 2020 को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में फास्टेस्ट आइडेंटिफिकेशन ऑफ ऑल 118 एलिमेंट ऑफ पीरियोडिक टेबल की किताब में दर्ज किया गया है. जेपी दिल्ली मेट्रो समेत कई एमएनसी कंपनियों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. हालांकि अभी वह देहरादून में ही एक कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाते हैं, जहां वे छात्रों को वनडे एग्जाम की तैयारी करवाते हैं.

मिलिए देहरादून के जेपी भट्टराई से

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दो साल पहले की थी शुरुआत

ईटीवी भारत से बात करते हुए जेपी ने बताया कि उन्होंने करीब दो साल पहले ही इस रिकॉर्ड को बनाने की योजना बनाई. जिसके लिए वे काफी समय से अभ्यास कर रहे थे. इसके बाद उन्होंने अपने रिकॉर्ड के लिए एक वीडियो बनाया और उस वीडियो को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड को भेजा.

जेपी के मुताबिक, उन्होंने दो वीडियो लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड को भेजे थे. जिसमें से एक वीडियो सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों के सामने बनाया गया था जोकि 150 सेकेंड का था. वहीं, दूसरा वीडियो उन्होंने अपने ही कोचिंग सेंटर में बनाया जो कि 90 सेकंड का था. 90 सेकंड का वीडियो लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए कंसीडर किया गया.

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निमोनिक्स टेक्निक से रखते हैं सब याद

जेपी ने बताया कि वह ये सब याद करने के लिए निमोनिक्स टेक्निक का इस्तेमाल करते हैं. निमोनिक्स टेक्निक के जरिए वे कई सारी चीजों को याद रखते हैं. इसके अलावा वे अपने छात्रों को भी निमोनिक्स टेक्निक से ही पढ़ाते है. ताकि छात्र कोई भी दिन, समय, वार या फिर पीरियोडिक टेबल इत्यादि को याद रख सके. साथ ही उन्होंने कहा कि पढ़ाई किए अलग-अलग तकनीक हमें प्रयोग में लाने चाहिए ताकि अध्ययन का काम आसानी से किया जा सके.

Last Updated : Mar 8, 2020, 5:50 PM IST

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