मसूरीःनगर पालिका प्रशासन द्वारा मौसोनिक लॉज बस स्टैंड पर दुकानदारों को बिना नोटिस दिए दुकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. जिसका लोगों ने जमकर विरोध किया. लोगों का कहना है कि मौसोनिक लॉज बस स्टैंड को चौड़ीकरण के नाम पर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता (Mussoorie Municipality President Anuj Gupta) द्वारा सभी नियमों को ताक पर रखकर दुकानों पर जेसीबी चलाई गई.जबकि पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि नोटिस दिया गया था, नोटिस का जवाब न मिलने पर कार्रवाई की गई है.
मसूरी में दुकानों के ध्वस्तीकरण का लोगों ने किया विरोध,पालिका अध्यक्ष बोले- दिया गया था नोटिस
मसूरी नगर पालिका ने मौसोनिक लॉज बस स्टैंड के पास बनी दुकानों को ध्वस्त (Shops demolished near Masonic Lodge bus stand) करने की कार्रवाई की है. लोगों का कहना है कि पालिका प्रशासन ने उन्हें किसी तरह का नोटिस नहीं दिया. जबकि पालिका अध्यक्ष का कहना है कि लोगों को नोटिस दिया गया था.
दुकानदारों का कहना है कि उनको दुकानों को तोड़ने के लिए कोई नोटिस नहीं दिया गया. अचानक से पालिका अध्यक्ष जेसीबी लेकर आए और दुकानों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया. दुकान में रखा सारा सामान तहस-नहस कर दिया. वहीं, मसूरी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रजत अग्रवाल और भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल भी दुकानदारों के पक्ष में पहुंचे. जहां उन्होंने जेसीबी को रोकने का प्रयास किया. लेकिन जेसीबी नहीं रुकी और दुकानों को तोड़ती रही. इसके बाद पालिका अध्यक्ष के समर्थकों की गीता कुमाई, भरत कुमाई और रजत अग्रवाल के बीच तीखी नोकझोंक और हाथापाई भी हुई. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बड़ी मुश्किल से दोनों गुटों को शांत कराया.
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मसूरी बस स्टैंड पर पिछले कई दशकों से रेस्टोरेंट संचालक उमा पुंडीर ने कहा कि पालिका अध्यक्ष द्वारा कोर्ट की अवमानना करते हुए उनकी दुकान को ध्वस्त कर दिया गया. उन्होंने कहा कि उनका सिविल कोर्ट से स्टे हो रखा था. ऐसे में उनको 19 दिसंबर की तिथि दी गई थी. परंतु पालिका अध्यक्ष द्वारा कोर्ट की अवमानना करते हुए उनकी दुकान को तोड़ दिया गया. सभासद गीता कुमाई ने कहा कि पालिका अध्यक्ष गुंडागर्दी पर उतर आए हैं, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जबकि पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि नोटिस दिया गया था, नोटिस का जवाब न मिलने पर कार्रवाई की गई है.