मसूरी:दीपावली के त्योहार के 11 दिन बाद इगास दीपावली मनाई जाती है, जिसे स्थानीय भाषा में इगास कहा जाता है. मसूरी विधायक गणेश जोशी ने कहा कि वे आगामी 25 नवंबर को इगास का त्योहार अपनी विधानसभा के अंतर्गत क्यारकुली गांव में मनाएंगे. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लुप्त होते लोक पर्वों को पुनर्जीवित करने की मुहिम से प्रवासीजन उत्तराखंड की ओर रुख करेंगे और रिवर्स माइग्रेशन के लिए ऐसे प्रयास बहुत प्रभावी होंगे.
विधायक गणेश जोशी ने कहा कि दीपावली के 11 दिन बाद उत्तराखंड के पर्वतीय अंचलों में मनाए जाने वाले इस पर्व को गढ़वाल में इगास, कुमाऊं में बूढ़ी दीपावली कहते हैं. इससे एकादशी बग्वाल भी कहा जाता है. समय के साथ यह लोक पर्व लुप्त सा हो गया है. उन्हें लोकपर्वों से जुड़कर और मना कर अपनी संस्कृति अपनी माटी और परंपराओं को अपनी अगली पीढ़ी को अपनी विरासत से अवगत कराना चाहिए.