मसूरी: सरकार और प्रशासन मसूरी माल रोड को सुव्यवस्थित और खूबसूरत बनाये जाने की दिशा में कदम उठा रही है. इस कड़ी में 2 किलोमीटर की माल रोड को पूरी तरीके से स्क्रैप कर 8 इंच खोद कर दोबारा बनाया जाना है. जिसका काम पर्यटन सीजन शुरू होने से पहले पूरा किया जाना है. मगर मसूरी में 144 करोड़ की मसूरी यमुना पेयजल योजना के तहत पजल निगम विभाग द्वारा डाली जा रही पेयजल लाइनों को बिछाने के काम के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है.
माल रोड में डाली जा रही पेयजल लाइनों की टेस्टिंग नहीं हुई है. बताया जा रहा है कि मार्च के अंत तक यमुना नदी से पानी मसूरी के राधाभवन स्टेट में बने पेयजल के टैंकों में आना है. जिसके बाद मसूरी मालरोड के साथ अन्य जगह बिछी पेयजल लाइनों की टेस्टिंग की जाएगी. ऐसे मे मालरोड में डाली गई पेयजल लाइन लीक होती है, तो मालरोड को दोबारा खोदना पड़ेगा. ऐसे में स्थानीय लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन से मालरोड सड़क निर्माण का काम पेयजल लाइन की टेस्टिंग के बाद करवाया जाये.
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मसूरी माल रोड के दोबारा निर्माण को लेकर लोक निर्माण विभाग, गढ़वाल जल संस्थान और जन निगम के अधिकारियों ने काम करना शुरू कर दिया है. मसूरी गढ़वाल जल संस्थान और जल निगम के द्वारा सड़कों के बीच आये पाइप और कनेक्शन को सड़क किनारे किया जा रहा है. माल रोड की वर्तमान सड़क को स्क्रैप करके 8 इंच नीचे किया जाना है. वहीं, सड़क के बीचों-बीच आ रही सर्विस यूटिलिटीज को भी सड़क किनारे किया जाना है. अधिकारियों ने बताया कि माल रोड के सौंदर्यीकरण और स्क्रैप का काम जल्द शुरू किया जाएगा.
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मसूरी गढ़वाल जल संस्थान के सहायक अभियंता टीएस रावत और जल निगम के सहायक अभियंता विनोद रतूड़ी ने बताया मसूरी यमुना पेयजल योजना के तहत यमुना से मसूरी के राधा भवन स्टेट से तक 31 मार्च तक पानी पहुंचा दिया जाएगा. मसूरी माल रोड, किताबघर सहित अन्य जगहों पर पेयजल का लाइन डालने का काम किया जा रहा है.
उन्होने बताया माल रोड पर डाली गई पेयजल की लाइन की टेस्टिंग मार्च अंत तक ही संभव हो पाएगी. जब राधा भवन स्टेट में निर्मित पेयजल के टैंकों में पानी आ जाएगा, उसके बाद माल रोड में बने पेयजल लाइनों की टेस्टिंग की जाएगी. उन्होंने कहा ऐसे में माल रोड को स्क्रैप करके निर्माण होता है और उसके बाद मालरोड में पेयजल की लाइनों को टेस्ट करते हुए कहीं लीकेज पाई गई तो एक बार फिर मालरोड को खोदना पड़ेगा.