ऋषिकेश: देहरादून के ऋषिकेश शहर के आमबाग और विस्थापित क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ एक बार फिर से मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण ने कार्रवाई की है. उत्तराखंड हाईकोर्ट में अवैध निर्माण के खिलाफ दायर हुई जनहित याचिका के बाद अधिकारियों की नींद खुली है. टीम ने 6 अवैध निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारतों को सील कर दिया है. प्राधिकरण अब इन भवनों को ध्वस्त करने की तैयारी कर रहा है.
ऋषिकेश में अवैध निर्माण पर MDDA की कार्रवाई, विस्थापित और आमबाग में 6 निर्माणाधीन बिल्डिंग सील
एमडीडीए ने ऋषिकेश के आमबाग और विस्थापित क्षेत्र में 6 निर्माणाधीन इमारतों को सील कर दिया है. कार्रवाई मानकों को ताक पर रखकर बनाई जा रही इमारतों के खिलाफ की गई है.
गुरुवार को एमडीडीए की टीम आमबाग क्षेत्र में पहुंची. यहां टीम को बगैर अनुमति के पांच बहुमंजिला इमारतों का निर्माण होता मिला, जिसपर तत्काल कार्रवाई करते हुए विभागीय अधिकारियों ने भवनों को सील कर दिया. विस्थापित क्षेत्र में भी एक निर्माणाधीन बिल्डिंग को सील किया गया. कार्रवाई होते ही भवनों के मालिकों के बीच हलचल मची रही. एमडीडीए अधिकारियों के फोन की भी कार्रवाई रोकने के लिए घनघनाते रहे, लेकिन टीम ने किसी की एक नहीं सुनी. प्रशासन और पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सभी निर्माणाधीन इमारतों को सील किया गया.
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एमडीडीए के सहायक अभियंता राजेंद्र बहुगुणा ने बताया कि पंकज शर्मा, प्राची उर्फ स्वाती, मुकेश जैन, शिवदयाल लखेड़ा, मंजूला पटेल व एक अज्ञात मालिक के भवन को सील किया गया है. एमडीडीए के सचिव मोहन सिंह बर्निया के मुताबिक, इस मामले में हाईकोर्ट में जनहित याचिक दायर है. प्राधिकरण लगातार कार्रवाई कर रहा है, बाजवूद कुछ लोग मानने को तैयार नहीं हैं. लिहाजा, अब प्राधिकरण न सिर्फ अनुमति के बगैर बने निर्माणाधीन भवनों को सील करने की कार्रवाई करेगा बल्कि इन्हें ध्वस्त भी किया जाएगा. कार्रवाई के दौरान एसडीएम सौरभ असवाल, सीओ संदीप नेगी, प्राधिकरण के सहायक अभियंता राजेंद्र बहुगुणा शामिल रहे.