मसूरी: पेयजल योजना की कार्य की धीमी गति और अव्यवस्थाओं को लेकर सभासदों ने जल निगम के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए काम को रुकवाया. वहीं, सभासदों के विरोध के बाद पेयजल योजना के कार्य में अव्यवस्थाओं देखते हुए मुख्य सचिव ने जल निगम के चीफ इंजीनियर को फटकार लगाई. जिसके बाद चीफ इंजीनियर केके रस्तोगी जल निगम के अधिकारियों और ठेकेदार के साथ मसूरी की सड़कों पर उतर आए हैं.
मसूरी में पेयजल योजना के तहत मसूरी मालरोड सहित कई क्षेत्रों में पेयजल लाइन डालने का कार्य अव्यवस्थित और धीमी गति से चल रहा है. जिसको लेकर मसूरी नगर पालिका परिषद के सभासदों ने विरोध शुरू कर दिया है. सभासदों ने मसूरी मालरोड ग्रीन चौक पहुंचे और जल निगम और ठेकेदार के खिलाफ आवाज बुलंद कर जमकर नारेबाजी की. साथ ही वहां सड़क खोदने के काम को रूकवा दिया.
मुख्य सचिव की फटकार के बाद जल निगम चीफ इंजीनियर केके रस्तोगी अधिकारियों के साथ मसूरी पहुंचे और मालरोड के साथ अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण कर ठेकेदार को 24 घंटे काम कर मालरोड को दुरस्त करने के साथ मलबा हटाने और एंटिंक रेलिंग और पोलो को ठीक करने के निर्देश दिये.
सभासदों ने कहा जल निगम और ठेकेदार द्वारा पहले पूर्व में क्षतिग्रस्त सड़को को ठीक कराया जाये. जिससे की लोगों को हो रही परेशानियों से राहत मिल सके. मसूरी में पर्यटन सीजन शुरू होने वाला है. वहीं, मसूरी में सभी स्कूल भी खुल गए है, जिस कारण बच्चों और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. माल रोड में कोई संपर्क मार्ग भी नहीं है, जिसमें यातायात को सुचारु किया जा सके. ऐसे में लोगों को जाम के झाम से भी दो-चार होना पड़ रहा है.