देहरादूनःप्रदेश में कुछ दिनों में मानसून दस्तक देने जा रहा है. ऐसे में शहर में पानी की निकासी और नालियों में पानी भरने की समस्या बढ़ जाती है. अक्सर डेयरी संचालक अपने मवेशियों के गोबर को सीधे नाले में डाल देते हैं. जिससे नालियां चोक हो जाती हैं. इसे देखते हुए नगर निगम डेयरी संचालकों के खिलाफ सख्त हो गया है. निगम अब जल्द ही डेयरी संचालकों से गोबर लेगा और शुल्क भी वसूलेगा.
नालियों में गोबर की समस्या को लेकर जानकारी देते मेयर सुनील उनियाल गामा.
बता दें कि देहरादून शहर में कई डेयरी संचालक हैं. इनमें अधिकतर डेयरी संचालक गाय और भैंस के गोबर नालियों में बहा देते हैं. जिससे कारण नालियां चोक हो जाती है. सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दौरान होती है. बारिश होने पर नालियां बंद हो जाती हैं. जिसके कारण गंदा पानी लोगों के घरों में घुस जाता है. ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
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इस समस्या के निजात को लेकर कई बार विभिन्न वार्डों के लोग मेयर को ज्ञापन भी सौंप चुके हैं. इसे देखते हुए नगर निगम डेयरी संचालकों पर लगाम लगाने के लिए अलग से व्यवस्था बनाने जा रहा है. लोगों की समस्या को देखते हुए नगर निगम गोबर के साथ ही शुल्क लेने की कवायद में है. ऐसे में नगर निगम को उम्मीद है कि इस योजना के बाद शहर की काफी नालियां साफ हो जाएंगी.
मेयर सुनील उनियाल गामा ने जानकारी देते हुए बताया कि देहरादून में गोबर की बड़ी समस्या है. डेयरी संचालक गोबर को नाली में बहा देते हैं, जिससे शहर की सभी नालियां चोक हो जाती हैं. अब इसके लिए अलग से व्यवस्था बनाई जा रही है. इसके तहत गोबर को नगर निगम उठाएगा और उसके बदले उनसे शुल्क लिया जाएगा. इसके बावजूद भी डेयरी संचालक गोबर को नालियों में डालते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस योजना से शहर की करीब 50 प्रतिशत नालियां साफ हो जाएगी. गोबर को एक जगह इकट्ठा करने के लिए जगह भी चिन्हित कर ली गई है.