देहरादून: उत्तराखंड में चुनाव खत्म हो गए हैं. इसके बाद अब देहरादून शहर नई परीक्षा के लिए तैयार हो रहा है. चुनाव की गोपनीयता की तरह यह परीक्षा भी गोपनीय होगी. हम बात कर रहे है स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 की. देहरादून में स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के लिए नगर निगम द्वारा अभियान शुरू कर दिया है. इसकी पड़ताल के लिए केंद्र की टीम कभी भी देहरादून आ सकती है. साथ ही इस बार नगर निगम ने गार्बेज फ्री सिटी के फाइव स्टार रेटिंग के लिए आवेदन कर लिया है. वहीं एक मार्च से स्वच्छ सर्वेक्षण शुरू हो जाएगा.
बता दें कि, 2021 में नगर निगम की रैंकिंग 82वीं आई थी. इस बार 50वी रैंक लाने का लक्ष्य रखा हुआ है. स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत शहर की सफाई की परीक्षा इस बार 7500 की होगी, जबकि पिछले सर्वेक्षण में यह 6000 की थी. शहरों की सफाई के आकलन के लिए नए मापदंड जोड़े गए हैं. जनता से फेस टू फेस फीडबैक को केंद्रीय टीम देहरादून आएगी. डिजिटल रूप से आकलन पहले ही शुरू हो चुका है. इस बार सर्वेक्षण से सीनियर सिटीजन और युवाओं से अधिक फीडबैक लिया जाएगा. वहीं इस बार कोरोना वेस्ट मैनेजमेंट के साथ ही धार्मिक और सामाजिक आयोजन से निकल रहे कूड़े के निस्तारण की क्या व्यवस्था है, इसके भी अंक तय किए जाएंगे.
पिछले साल स्वच्छ सर्वेक्षण में सर्विस लेवल प्रोग्रेस के 2000 अंक निर्धारित किए थे. लेकिन इस बार 3000 किये गये हैं. इसमें प्लास्टिक और पॉलिथिन पर प्रतिबंध, गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग उठाने की व्यवस्था, कूड़े का निस्तारण और सीवरेज की सफाई आदि शामिल हैं.
सर्टिफिकेशन के लिए 2250 अंक निर्धारित किए गए हैं. पिछले साल 1800 अंक निर्धारित थे, लेकिन इस बार 2250 अंक निर्धारित किए गए हैं. इसमें शहर पूरी तरह खुले में शौच मुक्त है या नहीं. इसमें सेवन स्टार सिटी के 1250 अंक, फाइव स्टार सिटी के 1000 अंक, थ्री स्टार सिटी के 500 अंक, ओडीएफ प्लस सर्टिफिकेट के 400 अंक, ओडीएफ प्लस पल्स सर्टिफिकेट के 800 अंक और वाटर प्लस सर्टिफिकेट के 1000 अंक निर्धारित किए गए हैं.