देहरादून: देश के दिग्गज बिजनेसमैन में शुमार मुकेश अंबानी ने धनतेरस और छोटी दीपावली के मौके पर बदरी-केदार धाम के दर्शन किए. बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना करने के बाद वे हेलीकॉप्टर से बाबा केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुए. जहां पर उन्होंने पूजा कर भगवान का आशीर्वाद लिया. उन्होंने बदरी-केदार मंदिर समिति को दो करोड़ भेंट भी किए.
प्रसिद्ध उद्योगपति एवं रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी 8.30 बजे हेलीकॉप्टर से बदरीनाथ धाम पहुंचे. जहां बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्यों ने उनका स्वागत किया. उन्होंने करीब 9 बजे मंदिर में पूजा-अर्चना कर भगवान बदरी विशाल का आशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने अगले यात्रा सीजन हेतू पूजा में उपयोग किए जाने वाले चंदन का खर्च वहन करने का भी संकल्प लिया. जिसके बाद वे हेलीकॉप्टर से बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए रवाना हुए.
बदरीनाथ धाम में मुकेश अंबानी. ये भी पढ़ेंःयहां वनवासी और राजा रूप में विराजे हैं भगवान राम, एक ही मंदिर में देते हैं दोनों रूपों में दर्शन
मुकेश अंबानी ने सुबह करीब साढ़े 10 बजे केदारनाथ बाबा का रुद्राभिषेक कर आशीर्वाद लिया. इस दौरान मंदिर समिति ने उन्हें प्रसाद और अंग वस्त्र भेंट किया. अंबानी ने बदरी-केदार मंदिर समिति को दो करोड़ भेंट किए. अंबानी परिवार की भगवान बदरी विशाल में बेहद आस्था है. मुकेश अंबानी हर साल बदरीनाथ धाम आकर दर्शन करते हैं. बीते मई माह में भी वो यहां आए थे और बदरी-केदार मंदिर में चंदन और केसर के लिए दो करोड़ रुपए बीकेटीसी को भेंट दिए थे. वे हर साल मंदिर समिति को दान देते हैं.
केदारनाथ धाम में मुकेश अंबानी. वहीं, उन्होंने कर्नाटक में पांच बीघा जमीन पर बदरीश धीरुभाई अंबानी चंदन वाटिका स्थापित करने पर सहमति दी है, ताकि बदरी-केदार में चंदन की कमी न हो. मंदिर के सुपरवाइजर/प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान ने बताया कि भैरवनाथ जी के कपाट 26 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. केदारनाथ मंदिर में दिन का भोग लगने के कुछ समय बाद बाबा केदार के क्षेत्रपाल भैरवनाथ जी के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.