UKGIS 2023 की तैयारियां पूरी. देहरादूनः उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी पूरी हो चुकी है. सीएम पुष्कर सिंह धामी लगातार व्यवस्थाओं का खुद जायजा ले रहे हैं. इसी क्रम में गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कार्यक्रम स्थल एफआरआई परिसर में पहुंचे. जहां सीएम धामी ने पूरे कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करने के साथ ही मुख्य कार्यक्रम स्थल में पहुंचकर तमाम प्रेजेंटेशन को देखा. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के दौरान होने वाले सांस्कृतिक प्रस्तुति का भी अवलोकन किया.
एफआरआई में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम स्थल को भव्य रूप से तैयार किया गया है. साथ ही कार्यक्रम स्थल को कई क्विंटल फूलों से सजाया गया है. कुल मिलाकर कार्यक्रम स्थल की सारी तैयारियां पूरी हो गई है. ऐसे में अब उत्तराखंड देश-विदेश से आने वाले निवेशकों का इंतजार कर रहा है. तय कार्यक्रम के मुताबिक, 8 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी सुबह करीब 10:30 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुचेंगे और फिर कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे. करीब दो से ढाई घंटे रुकने के बाद करीब एक बजे पीएम मोदी दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे.
40 हजार करोड़ का निवेश धरातल पर उतरा :वहीं, सीएम धामी ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट उत्तराखंड के लिए एक बड़ा अवसर है. राज्य के अंदर इन्वेस्टर्स समिट के बाद निवेश के क्षेत्र में तेजी से विकास होगा. साथ ही रोजगार सृजन के दृष्टि से भी यह समिट काफी महत्वपूर्ण है. राज्य सरकार ने जो लक्ष्य रखा था, उस लक्ष्य को पार करते हुए करीब तीन लाख करोड़ रुपए तक के एमओयू साइन हो चुके हैं. हालांकि, राज्य सरकार कोशिश है कि सिर्फ इसे एमओयू तक ही सीमित नहीं रखा जाए. बल्कि इसे धरातल पर भी उतारा जाएगा. लिहाजा, अभी तक करीब 40 हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश धरातल पर उतर चुका है.
ये भी पढ़ेंःखास है ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का फूड मैन्यू, मेहमानों को परोसे जाएंगे उत्तराखंडी व्यंजन, ताज ग्रुप संभालेगा 'किचन'
निवेशकों के साथ होगी वन टू वन मीटिंग: सीएम धामी कहा कि यह आंकड़ा राज्य सरकार को काफी ऊर्जा देने वाला है. लिहाजा इसे और आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा. इसके लिए समीक्षा भी की जाएगी. सीएम धामी ने कहा कि इस इन्वेस्टर्स समिट के लिए शुरू से ही प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन प्राप्त होता रहा है. लिहाजा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड डेस्टिनेशन, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ करेंगे. इसी क्रम में इस समिट के समापन कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का मार्गदर्शन प्राप्त होगा. इसके अलावा निवेशकों के साथ वन टू वन मीटिंग भी आयोजित की जाएगी.
देहरादून का बदला स्वरुप: इतना ही नहीं, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के चलते न सिर्फ बड़ी संख्या में निवेश उत्तराखंड में हो रहा है. बल्कि राजधानी देहरादून का स्वरूप भी बदल गया है. क्योंकि जो काम लंबे समय से रुके हुए थे वो काम तेज गति से हुए हैं. लिहाजा, देहरादून शहर देश-विदेश से आने वाले निवेशकों के लिए सज चुका है. राज्य के हर क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं हैं. लेकिन राज्य सरकार तमाम महत्वपूर्ण सेक्टरों पर विशेष फोकस कर रही है. हालांकि, इस समिट में देश के साथ ही विदेश के भी तमाम निवेशक शामिल होंगे.
ये भी पढ़ेंःउत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के हीरो गब्बर सिंह नेगी से दून में मिलेंगे पीएम मोदी, पुष्कर से भी करेंगे मुलाकात
शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान: सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता और संकल्प है कि प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाए. लिहाजा, राज्य सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता के आधार पर काम कर रही है. हालांकि, राज्य सरकार को उम्मीद नहीं थी कि तमाम सेक्टरों में भारी संख्या में निवेशक आ जाएंगे. लेकिन राज्य सरकार उन्हें ही अनुमति देगी, जिससे उत्तराखंड और उत्तराखंड के युवाओं को फायदा मिलेगा. सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ये समिट आगे बढ़ रहा है. लिहाजा पिछले समिट से सबक लेते हुए इस समिट में कुछ नया करने का प्रयास किया है.
27 पॉलिसी में संशोधन किया गया: सीएम धामी ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी शुरू करने से पहले उद्योग जगत से जुड़े लोगों से बातचीत कर उनसे सुझाव लिए गए. साथ ही उनके सुझाव के आधार पर प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए करीब 27 पॉलिसी में संशोधन किया गया. 60 हजार एकड़ का लैंडबैंक भी सरकार ने तैयार किया है. ताकि लोगों को उद्योग लगाने में दिक्कत ना हो.
ये भी पढ़ेंःइन्वेस्टर्स समिट में पहुंचेंगे अडानी, अंबानी समेत टॉप 50 बिजनेसमैन, अल्ट्रा लग्जरी कारों से करेंगे सफर