देहरादून: पूरे देश में इस समय लोकसभा चुनाव का शोरगुल चरम पर है. सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी के नेता एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. आलम तो ये है कि नेता एक दिन में 10-10 जनसभाएं कर रहे हैं. ऐसे में हेलीकॉप्टर की डिमांड बढ़ती जा रही है. आइए बताते हैं कि एक हेलीकॉप्टर पर राजनीतिक पार्टियां कितना खर्च कर रही हैं.
जानिये चुनावी मौसम में कितने डिमांड में हैं हेलीकॉप्टर. हेलीकॉप्टर कंपनियों से मिलेआंकड़ोंके मुताबिक, पूरे देश में 260 हेलीकॉप्टर और 200 चार्टर्ड प्लेन हैं, जिसमें से सभी की एडवांस बुकिंग हो चुकी है. इसमें खास बात ये है कि ज्यादातर हेलीकॉप्टर बीजेपी ने पहले ही बुक करवा लिए हैं, जिसमें डबल इंजन और सिंगल इंजन के हेलीकॉप्टरों के अलावा 8 सीटर चार्टर्ड प्लेन भी शामिल है. ऐसे में अब कांग्रेस और महागठबंधन के नेताओं को हेलीकॉप्टर नहीं मिल रहे हैं. आलम ये है कि अब उनके नेताओं को हेलीकॉप्टर शेयर करके सफर करना पड़ रहा है.
पढ़ें-नेताजी की दिनचर्या : पूजा-पाठ से शुरू होता है हरदा का दिन, एक-एक वोट के लिए ऐसे बनती है रणनीति
कितना है हेलीकॉप्टर का किराया?
आमतौर पर एक घंटे के लिए सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर का किराया 1 से 2 लाख रुपये तक होता है, जबकि डबल इंजन हेलीकॉप्टर का किराया 2 से 3 लाख रुपये तक है. हालांकि बीजेपी ने ज्यादातर हेलीकॉप्टर पूरे दिन के लिए बुक किए हैं. जिसका अनुमानित किराया 10 से 15 लाख रुपये है. वहीं कई कांग्रेस नेताओं ने भी पूरे दिन के लिए हेलीकॉप्टर हायर कर लिया है.
इस वक्त भारत में पवन हंस और ग्लोबल वेक्ट्रा के पास सबसे ज्यादा हेलीकॉप्टर हैं. इसके साथ ही दो और निजी कंपनियां किराए पर हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेन देने का काम करती हैं. इन तमाम कंपनियों के हेलीकॉप्टर चुनाव से पहले ही बुक हो गए हैं. उत्तराखंड में भी बीजेपी और कांग्रेस ने हेलीकॉप्टर चुनाव से पहले ही बुक करवाकर देहरादून और पंतनगर में खड़े करवा दिए हैं. जिसमें बीजेपी दो और कांग्रेस एक हेलीकॉप्टर के सहारे प्रदेश में चुनाव प्रचार कर रही है.
चुनाव प्रचार में किस तरह से राजनीतिक पार्टियां उड़न खटोले पर खर्च करती हैं यह आपके लिए जानना बेहद जरूरी है. ताकि आपको मालूम हो सके कि नेता जी रोज हवा में उड़ने के लिए कितने रुपये खर्च करते हैं.