देहरादूनःउत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ने लगी है. बीती 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. ऐसे में महज 13 दिन के भीतर ही 5 लाख 68 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ में पहुंचे हैं. जहां 2 लाख 154 हजार (2,00,154) तीर्थयात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra in Uttarakhand) चरम पर है. यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि चारों धामों में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है. खासकर केदारनाथ धाम में तो भीड़ इस कदर है कि दर्शनों के लिए लंबी लाइन लग रही है. आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी तक 5,68,591श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं.
केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्याःकेदारनाथ में 6 मई से अभी तक 2,00,154 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. आज शाम चार बजे तक 13,486 बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं. उधर, बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 1,60,728 यात्री बदरी विशाल के आशीर्वाद ले चुके हैं. आज की बात करें शाम 4 बजे तक 15,735 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 3,60,882 पहुंच गई है.
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में यात्रियों की संख्याःगंगोत्री धाम में3 मई से आज तक 1,13,246 और यमुनोत्री धाम में 94,463 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज यानी 16 मई की बता करें तो गंगोत्री में 9,817 और यमुनोत्री में 7,403 तीर्थ यात्रियों ने मत्था टेका.
इस दिन खुले थे कपाटःगौर हो कि बीती 3 मई को यानी अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुले थे. जिसके बाद 6 मई को केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. जबकि, 8 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुले. खुलते ही चारों धाम में तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ रही है.
ये भी पढ़ेंःचारधाम यात्रा: 'दर्शन कराओ या प्राण ले लो', ऋषिकेश में छलका हैदराबाद के तीर्थयात्रियों का दर्द
चारधाम में मौत का आंकड़ाःबता दें कि चारधाम यात्रा में अभी तक 39 श्रद्धालुओं की मौत (Pilgrims died in Chardham) हो चुकी है. यमुनोत्री धाम में 14 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. गंगोत्री धाम में 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. केदारनाथ धाम में 14 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. उधर, बदरीनाथ धाम में भी 7 यात्रियों ने जान गंवाई है.
चारधाम में तीर्थयात्रियों की मौत क्यो बोलीं डीजी हेल्थः उत्तराखंड डीजी हेल्थ शैलजा भट्ट ने बताया कि कुछ श्रद्धालुओं की मौत हाई ब्लेड प्रेशर से हुई है. कुछ की कार्डियक अरेस्ट से जान गई है. कुछ लोग माउंटेन सिकनेस से जान गंवा बैठे हैं. डीजी हेल्थ ने अपील की है कि जिन श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य ठीक नहीं है या फिर मेडिकली अनफिट हैं, उन्हें चारधाम यात्रा पर नहीं आना चाहिए.
चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरीःचारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है.