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आदेशों की अवहेलना: कोरोना से 'जंग' में 55 साल से अधिक के 384 पुलिस कर्मी फ्रंटलाइन ड्यूटी पर तैनात

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Published : Apr 30, 2020, 11:37 PM IST

Updated : May 1, 2020, 12:12 PM IST

उत्तराखंड में कोरोना महामारी से निज़ात पाने के जंग ने महत्वपूर्ण योगदान देने के बावजूद उत्तराखंड पुलिस विभाग में सीनियर कर्मचारियों की ड्यूटी को लेकर एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है.

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देहरादून: कोरोना वायरस जैसे जानलेवा संक्रमण का खतरा अधिकांश 50 साल से अधिक उम्र के लोगों पर होने के बावजूद राज्य के पुलिस तंत्र में अब भी 384 वरिष्ठ पुलिसकर्मियों को फ्रंटलाइन ड्यूटी पर तैनात किया गया है. जबकि, इस मामले में शुरुआती दिनों में ही पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी जिलों को आदेश पारित कर यह कहा गया था कि संक्रमण का खतरा 50 साल से अधिक उम्र के कर्मचारियों को न हो, इसको देखते हुए उनको कोरोना फ्रंटलाइन ड्यूटी की जगह ऑफिस ड्यूटी पर तैनात किया जाए.

आदेशों की अवहेलना.

इस मामले में पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों ने भी माना है कि शुरू में ही आदेश देने के बावजूद 55 साल से अधिक के 384 सीनियर पुलिसकर्मियों से कोरोना के खिलाफ 'जंग' में फ्रंटलाइन ड्यूटी दिया जाना बेहद लापरवाही का मामला है. एक बार फिर राज्य के सभी 13 जिलों में पुलिस अधिकारियों को इस बात के सख्त निर्देश दिए गए हैं कि तत्काल 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों को फ्रंटलाइन ड्यूटी से हटाकर ऑफिस ड्यूटी में तैनात किया जाए.

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इस मामले में डीजी अशोक कुमार ने बताया कि उनके द्वारा राज्य भर से जब इसका डाटा मंगाया गया तो पता चला कि अब भी 384 पुलिस कर्मी ऐसे हैं जिनकी उम्र 55 साल की है और उनसे कोरोना के खिलाफ फ्रंटलाइन में ड्यूटी ली जा रही है. ऐसे में तत्काल ही उनको ऑफिस ड्यूटी में लगाने के निर्देश दिए गए हैं.

Last Updated : May 1, 2020, 12:12 PM IST

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