देहरादून: हर साल वन विभाग तमाम योजनाओं के माध्यम से वृक्षारोपण करता है. इससे न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलता है, बल्कि जंगल हरे भरे होते हैं. इसी क्रम में आगामी मॉनसून सीजन को देखते हुए वन विभाग वर्षाकालीन पौधरोपण की तैयारियों में जुट गया है. हालांकि वन विभाग ने इस बार प्रदेश भर में 140 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. यह पौधे 14 हज़ार हेक्टेयर वन क्षेत्र में लगाए जाएंगे.
इसके साथ ही वन विभाग ने 7791 ग्राम पंचायतों पर भी फोक्स किया है, जिसके तहत इन ग्राम पंचायतों में विभिन्न प्रजातियों के करीब 3 लाख 90 हजार पौधे लगाए जाएंगे. हालांकि ग्राम पंचायतों में पौधरोपण ग्राम पंचायतों में गठित जैव विविधता प्रबंधन समितियों के माध्यम से किया जाएगा, जिसे एक फायदा यह होगा कि इन सभी पौधों का देख रेख जैव विविधता प्रबंधन समितिया ही करेंगी.
पढ़ें-गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में तैनात होंगे एक-एक हेलीकॉप्टर, मॉनसून में आएंगे काम
जैव विविधता प्रबंधन समितियों की जिम्मेदारी है कि वे अपने क्षेत्रों में जैव संसाधनों के संरक्षण और संवर्धन का कार्य करें. वहीं ज्यादा जानकारी देते हुए प्रमुख मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी ने बताया कि इस बार पौधरोपण में विद्यालयों को भी अधिक तवज्जो दी जाएगी. स्कूल-कॉलेजों के परिसरों में विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण कर विद्यार्थियों को इनके संरक्षण-संवर्धन से जोड़ा जाएगा. इसके पीछे मंशा छात्र-छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण से भी जोड़ना है. यही नहीं इस बार तय किया गया है कि पौधरोपण की मुहिम को ग्राम पंचायत स्तर तक ले जाया जाएगा. इसके लिए ग्राम पंचायतों में जैव विविधता प्रबंधन समितियों के माध्यम से विभिन्न परेशानियों के 50-50 पौधे लगाए जाएंगे. हालांकि इसके लिए जैव विविधता अधिनियम के तहत प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में बीएमसी का गठन किया जा चुका है.