देहरादूनः भारत में उद्योगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. लेकिन, उद्योगों के क्षेत्र में बढ़ोत्तरी के साथ ही देश में केमिकल डिजास्टर का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है. इसी कड़ी में सचिवालय में केमिकल डिजास्टर को लेकर एक मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया गया. जिसमें भविष्य में केमिकल डिजास्टर के खतरे को कम करने और बचाव व राहत को लेकर जानकारी दी गई. इस मॉक एक्सरसाइज में भारतीय सेना, वायु सेना, एसएसबी, एनडीआरएफ और एसटीएफ की टीमें भी शामिल रहीं.
सचिवालय में एनडीआरएफ के कंसलटेंट रिटायर्ड मेजर जनरल वीके दत्ता की अध्यक्षता में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान आपदा प्रबंधन सचिव अमित नेगी ने बताया कि उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है, जो भूकंप, जंगल की आग और बाढ़ जैसी समस्याओं से बड़े पैमाने पर प्रभावित होता है. ऐसे में तीन बड़े इंडस्ट्रियल जिले उधम सिंह नगर, हरिद्वार और देहरादून के लिहाज से केमिकल डिजास्टर की जानकारी भी लोगों को होना बेहद जरूरी है.
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जिसके लिए अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए लोगों को अलर्ट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केमिकल डिजास्टर एक ऐसी आपदा है. जिसमें कुछ ही मिनटों में हजारों लोगों की मौत हो सकती है. ऐसे में इसके लिए पहले से तैयार होने की जरूरत है. इसे देखते हुए एनडीआरएफ पूरे देश में केमिकल डिजास्टर को लेकर पहले से ही तैयार कर रहा है.