देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना वायरस लगातार अपने पैर पसार रहा है. उत्तराखंड में पहले मुख्यमंत्री कार्यालय फिर सचिवालय में कोरोना के केस मिले. अब कोरोना की चपेट में विधायक और उनके परिजन भी लगातार आ रहे हैं. जिसके चलते यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत समेत कई विधायकों ने देहरादून एमएलए हॉस्टल में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए शासन को पत्र लिखा है.
विधायक हॉस्टल में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग. बता दें, देहरादून में कोरोना वायरस काफी तेज गति से फैल रहा है. इसको लेकर उत्तराखंड सचिवालय में बाहरी लोगों की एंट्री को बैन कर दिया गया है. वहीं अब विधायक लॉबी भी सकते में है.
गौर हो, मुख्यमंत्री कार्यालय में कोविड-19 की एंट्री के बाद कई विधायक भी कोविड-19 की चपेट में आ चुके हैं. इनमें विधायक विनोद चमोली और नवीन चंदन का नाम तो है ही, इसके अलावा कई ब्यूरोक्रेट्स भी कोविड-19 पॉजिटिव बताए गए हैं. ऐसे में देहरादून रेसकोर्स स्थित एमएलए हॉस्टल को बाहरी लोगों के प्रवेश के लिए प्रतिबंधित करने के लिए केदार सिंह रावत के लेटर हेड पर 6 विधायकों ने साइन करके राज्य संपत्ति विभाग को पत्र लिखा है.
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इस पत्र में द्वाराहाट विधायक महेश नेगी, लोहाघाट विधायक पूरन सिंह फर्त्याल, बागेश्वर विधायक चंदन राम दास और नानकमत्ता विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा के हस्ताक्षर हैं. पत्र में रेसकोर्स स्थित विधायक हॉस्टल में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग उठाई गई है.