रुद्रपुर/ऋषिकेश: हाल ही में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के सामने किच्छा विधायक राजेश शुक्ला और उधम सिंह नगर के जिलाधिकारी नीरज खैरवाल की बीच हुई जुबानी जंग अब तूल पकड़ने लगी है. क्योंकि ये मामला अब विधानसभा अध्यक्ष तक पहुंच गया है. विधायक शुक्ला ने इस मामले में विधासभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने अध्यक्ष से विषेशाधिकार हनन की शिकायत कर डीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
MLA ने कार्रवाई के लिए विधानसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र. बता दें कि 17 जुलाई को उधम सिंह नगर में विकास कार्यों के लेकर जिले के प्रभारी मंत्री मदन कौशिक की अध्यक्षता में एक बैठक की गई थी. जिसमें किच्छा विधायक राजेश शुक्ला भी मौजूद थे. विधायक शुक्ला के मुताबिक उन्होंने डीएम खैरवाल से खनन न्यास और आपदा मद से किच्छा में किए गए विकास कार्यों की जानकारी मांगी थी. जिस पर उन्होंने विधायक को अपमानित करते हुए कहा कि दैवीय आपदा मद और खनन न्यास से कई कार्य किए गए हैं, लेकिन विधायक जी की याददाश्त कमजोर है. इसीलिए उन्हें याद नहीं आ रहा है.
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विधायक का आरोप है कि जब उन्होंने डीएम को कहा कि यदि कार्य हुआ है तो उसे सार्वजनिक करें, तो डीएम ने इसका कोई जवाब नहीं दिया, बल्कि उनकी खिल्ली उड़ाई है. इसके बाद विधायक गुस्से में बैठक छोड़कर चले गए थे. अब उन्होंने उधम सिंह नगर डीएम के खिलाफ नियम-65 के तहत कार्रवाई की मांग को लेकर एक पत्र लिखा है.
विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि वे उत्तराखंड विधानसभा के निर्वाचित सदस्य हैं. किसी भी सार्वजनिक या सरकारी बैठक में डीएम से सूचना मांगना उनका विशेषाधिकार है. लेकिन डीएम ने उन्हें उत्तर देने के बजाय उनका अपमान किया है, जो उनके विशेषाधिकार का हनन है. इसलिए सार्वजनिक रूप से उनका अपमान करने के लिए उधम सिंह नगर जिलाधिकारी नीरज खैरवाल के खिलाफ संविधान सम्मत कार्रवाई की जाए.
इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि किच्छा विधायक ने उन्हें पत्र भेजा है. इस मामले में जांच की जाएगी साथ ही दूसरे पक्ष से भी जवाब लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. साथ ही अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए.