देहरादून:जौनसार बावर क्षेत्र के एक तहसील की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने दून अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया. किशोरी ने इस मामले में एक सेना के जवान पर दुराचार का आरोप लगाया है. हालांकि, पुलिस अभी तक इस मामले में आरोपी सेना के जवान को गिरफ्तार नहीं कर पाई है.
बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा ऊषा नेगी. त्यूणी तहसील क्षेत्र निवासी दुष्कर्म पीड़ित गर्भवती किशोरी ने देहरादून के एक अस्पताल में रविवार रात को बेटे को जन्म दिया. चिकित्सकों के अनुसार, जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं. जानकारी के अनुसार किशोरी ने अस्पताल स्टाफ को बताया कि कुछ समय पहले उसकी जान पहचान सेना में तैनात एक व्यक्ति से हुई थी. दोनों में प्रेम-प्रसंग हुआ. जिसके बाद उसने नाबालिग से शादी भी कर ली, लेकिन कुछ समय बाद ही उसने नाबालिग को छोड़ दिया. किशोरी ने बताया कि यह बच्चा उसी का है.
जिसके बाद बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा ऊषा नेगी ने दून मेडिकल कॉलेज की महिला विंग का निरीक्षण किया. साथ ही नाबालिग किशोरी और नवजात का हालचाल जाना. ऊषा नेगी ने बताया कि एक व्यक्ति ने गलत नीयत से शादी कर किशोरी के साथ दुष्कर्म किया. नतीजन आज नाबालिग मां बन गई है. दुष्कर्म करने वाले व्यक्ति ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए नाबालिग को छोड़ दिया.
उन्होंने कहा कि जब परिजनों ने विकासनगर पुलिस को अपनी पीड़ा बतानी चाही, तो वहां की पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की. लेकिन बाल संरक्षण आयोग को इस मामले की जानकारी मिलते ही किशोरी की खोज की ताकि उस नाबालिग को प्रसव के दौरान किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े. ऊषा नेगी ने बताया कि ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ बाल संरक्षण आयोग सख्त से सख्त कदम उठाने जा रहा है.