देहरादून: उत्तराखंड में कृषि और उद्यान विभाग को एक करने के लिए पिछले लंबे समय से कसरत चल रही है, लेकिन अब तक इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया है. इसी मामले को लेकर शुक्रवार को विभागीय मंत्री सुबोध उनियाल ने अधिकारियों के साथ बातचीत की और इन दोनों विभागों के एकीकरण पर मंथन किया.
प्रदेश के कृषि शिक्षा, उद्यान एवं फलोद्योग और रेशम विकास मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में कृषि एवं उद्यान विभाग के एकीकरण के सम्बन्ध में सम्बन्धित कार्मिकों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की. कृषि एवं उद्यान विभाग के कार्मिकों ने मंत्री के समक्ष एकीकरण होने की दशा में पदोन्नति पैटर्न, वेतन विसंगति, वेतन बढोत्तरी और वरिष्ठता इत्यादि के सम्बन्ध में आने वाली तकनीकी एवं व्यावहारिक दिक्कतों को साझा करते हुए उन सभी बातों का ध्यान रखने का आग्रह किया. ताकि किसी भी वर्ग और कैडर में कार्मिकों के साथ भविष्य में किसी भी प्रकार का भेदभाव न हो सके.
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मंत्री ने इस दौरान दोनों विभागों के एकीकरण के सम्बन्ध में अपर सचिव राम विलास यादव की अध्यक्षता में गठित सात सदस्य समिति को निर्देशित किया कि एकीकरण की प्रक्रिया में उन सभी बिन्दुओं पर उचित संज्ञान लिया जाय, जिससे एकीकरण के पश्चात विभाग की एक बेहतर व्यवस्था बन सके और कृषक और काश्तकारों के कल्याण हेतु विभाग अधिक प्रभावी भूमिका का निर्वहन कर पाये.
उन्होंने कहा कि हमारी मूल प्रथामिकता किसानों और काश्तकारों के कल्याण के साथ ही प्रदेश की खेती और औद्यानिकी का उत्थान होना चाहिए. इसके लिए विभाग का पैटर्न और ढांचा इसी अनुरूप प्रभावी बनाया जाय. मंत्री ने दोनों विभागों के अलग-अलग पैटर्न के संघ और कार्मिकों के एकीकरण से सम्बन्धित प्रस्ताव भी प्राप्त किये और सम्बन्धित अधिकारियों को एकीकरण की प्रक्रिया में इन सभी प्रस्तावों पर व्यापक संज्ञान लेते हुए गहनता से इनका परीक्षण करते हुए तेजी से अग्रिम कार्रवाई के निर्देश दिये.