देहरादून: सूबे के राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में वन भूमि हस्तांतरण में आ रही समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई.
बता दें कि उत्तराखंड में राष्ट्रीय राजमार्ग 119 व 121 के विस्तारीकरण और थलीसैंण-बैजरों के बीच डबल लेन सड़क का विस्तारीकरण और लंबित पुलों के निर्माण के लिए वन भूमि हस्तांतरण में कुछ दिक्कतें आ रही थी, जिसको लेकर बैठक की गई.
राज्य मंत्री धन सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सड़क निर्माण में आ रही व्यवहारिक दिक्कतों और वन विभाग के एनओसी के बारे में चर्चा की गई. साथ ही श्रीनगर-कोटद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग 119 के तहत दुगड्डा से श्रीनगर और राष्ट्रीय राजमार्ग 119 और 121 मूसागली से पाबौं और थलीसैंण-बैजरों के मध्य डबल लेन सड़क का विस्तारीकरण और लंबित पुलों के निर्माण को स्वीकृति दिये जाने पर सहमति बन गई है.
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राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने सड़कों के निर्माण कार्य में हो रही लेटलतीफी पर नाराजगी जाहिर करते हुए समस्याओं के त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए. यही नहीं मंत्री रावत ने कहा कि यह दोनों सड़कें सामरिक दृष्टिकोण और चारधाम यात्रा के लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं. लिहाजा इनका निर्माण शीघ्र होना अति आवश्यक है.
मंत्री रावत ने कहा कि लंबे समय से श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मूसागली-पाबों मोटर मार्ग के चौड़ीकरण और थलीसैंण-बैजरों के मध्य चार पुलों के निर्माण का मामला वन विभाग से एनओसी न मिलने के कारण रुका हुआ था. जिन पर मंगलवार को स्वीकृति मिल गई है.
यही नहीं राष्ट्रीय राजमार्ग 119 के तहत कोटद्वार से सतपुली और दुगड्डा से श्रीनगर तक डबल लेन मोटर मार्ग के विस्तारीकरण की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है. बैठक में श्रीनगर गढ़वाल में प्रस्तावित मरीन ड्राइव निर्माण की डीपीआर शीघ्र तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. ताकि डीपीआर तैयार होते ही आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी.