ऋषिकेश: डेंगू के बढ़ते मामले (increasing cases of dengue) को देखते हुए ऋषिकेश महापौर अनिता ममगाईं (Rishikesh Mayor Anita Mamgain) राजकीय चिकित्सालय पहुंची. उन्होंने डेंगू वार्ड एवं ब्लड बैंक का निरीक्षण किया. साथ ही अधिकारियों को कीटनाशक दवाओं का छिड़काव और डेंगू की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने के दिशा निर्देश दिए.
उत्तराखंड में डेंगू का खतरा बढ़ता जा रहा है. तीर्थ नगरी भी इससे अछूती नहीं है. डेंगू की रोकथाम और बचाव के लिए महापौर अनिता ममगाईं ने विभिन्न विभागों की बैठक की. वहीं, आज महापौर राजकीय चिकित्सालय में अभियान की अगुवाई करते हुए नजर आईं. उन्होंने चिकित्सालय परिसर में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव (spraying insecticides) कराने के बाद डेंगू वार्ड एवं ब्लड बैंक का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल में रोगियों का हालचाल जाना.
अनिता ममगाईं ने राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण किया ये भी पढ़ें:रुड़की के शंकरपुरी गांव में डेंगू मरीजों की संख्या हुई 46, स्वास्थ्य विभाग पर आंकड़े छिपाने का आरोप
निरीक्षण के दौरान अनिता ममगाईं राजकीय चिकित्सालय की सफाई व्यवस्था से संतुष्ट नजर आई, लेकिन अस्पताल की कैंटीन के बाहर फैली गंदगी को लेकर उन्होंने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कैंटीन परिसर को भी साफ रखने के निर्देश दिए. महापौर ने सीएमएस को डेंगू से बचाव (prevention of dengue) को लेकर अस्पताल में पूरे इंतजाम करने के दिशा निर्देश दिए. वहीं, उन्होंने ब्लड बैंक में खून की उपलब्धता की भी जानकारी ली.
इस दौरान उन्होंने कहा डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स कम होने पर रक्त की सर्वाधिक आवश्यकता रहती है. ब्लड बैंक में हर रक्त समूह की व्यवस्था हमेशा रहनी चाहिए. इस दौरान राजकीय चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने उन्हें बताया कि प्लेटलेट्स बनाने वाली मशीन भी सप्ताह के भीतर हास्पिटल में लग जायेगी. महापौर ने हास्पिटल में सुबह शाम कीटनाशक दवाओं के छिड़काव के साथ फॉगिंग के भी निर्देश दिए.