देहरादून: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच प्रदेश सरकार ने सभी व्यावसायिक वाहनों में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए 50% सवारी बैठाने का फरमान जारी कर दिया है. ऐसे में कोरोनाकाल में पहले ही भारी आर्थिक नुकसान के दौर से गुजर रहे व्यावसायिक वाहन चालकों ने सरकार से किराए में बढ़ोत्तरी की अनुमति प्रदान करने की गुहार लगानी शुरू कर दी है.
कोरोना 2.0 में फिर बढ़ी मैक्सी-कैब संचालकों की परेशानी. बता दें कि पर्यटन प्रदेश होने के चलते गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में लगभग 2900 मैक्सी कैब का संचालन होता है. वहीं, इस व्यवसाय से लगभग 6000 परिवारों का पेट पलता है, लेकिन अब जब सरकार ने 50% सवारियों के साथ व्यावसायिक वाहनों के संचालन का फरमान जारी कर दिया है, इससे इनकी परेशानियां बढ़ गई हैं. पहले ही आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे व्यावसायिक वाहन चालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
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ईटीवी भारत से बात करते हुए दून गढ़वाल ट्रैक्टर जीप संचालन समिति के सदस्य संजय चौहान ने बताया कि गढ़वाल मैक्सी कैब संचालक सरकार के 50% सवारियों के साथ वाहन के संचालन के फैसले का समर्थन करते हैं, लेकिन महंगाई के इस दौर में 50% सवारियों के साथ वाहनों का संचालन कर पाना मुश्किल है. ऐसे में वह चाहते हैं कि सरकार व्यावसायिक वाहन चालकों की समस्या को ध्यान में रखते हुए किराए में बढ़ोत्तरी का फरमान भी जारी करे. जिससे कि 50% सवारियों के साथ वाहन का संचालन करना उनके लिए आसान हो सके.
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मैक्स कैब चालक अनिल कुमार बताते हैं कि वर्तमान में जब मैक्सी संचालक मजबूरन यात्रियों से बढ़ा हुआ किराया वसूल रहे हैं तो यात्री उनसे सवाल कर रहे हैं कि आखिर किस आधार पर बढ़ा हुआ किराया मांगा जा रहा है. ऐसे में यदि सरकार अपनी ओर से एक आदेश जारी कर देगी तो इससे वह बढ़ा हुआ किराया यात्रियों से वसूल सकेंगे. वहीं यात्रियों को भी इससे कोई दिक्कत नहीं होगी.